भारत चीन के मुक़ाबले अपने GDP का अधिक हिस्सा रक्षा पर खर्च करता है : रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण

नई दिल्ली : इस साल की शुरुआत में, भारतिय सेना ने अपने रक्षा के बजट आवंटन पर गहरी निराशा व्यक्त की थी, जिसने चिंता व्यक्त की थी कि महत्वपूर्ण खरीद करने के लिए यह धन पर्याप्त नहीं है। इसी तरह की भावनाओं को देश की नौसेना और वायु सेना द्वारा प्रतिबिंबित किया गया था। भारत के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारत ने देश की राष्ट्रीय आय के साथ-साथ सरकारी खर्च के मामले में सैन्य व्यय में चीन से आगे बढ़ा दिया है, हालांकि, चीन का कुल रक्षा व्यय पिछले साल भारत की तुलना में तीन गुना अधिक था।

भारत के रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में कहा, “2016 और 2017 में भारत का सैन्य व्यय कुल सकल राष्ट्रीय उत्पाद (जीडीपी) का 2.5% था” जो चीन के कुल जीडीपी के 1.9% कि तुलना में अधिक था। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए आवश्यक राशि से कम आवंटित करने के मामले में मौजूदा विवाद विपक्षी नेताओं और रक्षा विश्लेषकों से गंभीर आलोचना का सामना कर रहा है।

वित्त मंत्रालय ने इस साल फरवरी में रक्षा क्षेत्र के लिए 2018-19 के आवंटन की घोषणा की थी, जो कि पिछले वर्ष के 42.18 अरब डॉलर से लगभग 46.15 अरब डॉलर हो गई थी। इसमें नए हथियार प्रणालियों और आधुनिकीकरण की खरीद के लिए 15.55 बिलियन डॉलर की पूंजीगत व्यय शामिल थी, जिसे 30.6 बिलियन डॉलर के राजस्व व्यय (दिन-प्रतिदिन चलने वाली लागत, रक्षा कर्मियों के वेतन आदि) द्वारा छोटा किया गया था। भारतीय सशस्त्र बलों ने आवंटन पर गहरी निराशा व्यक्त की थी, इसे आवश्यक खरीद के लिए अपर्याप्त के रूप में देखा था।

रक्षा मंत्री सीतारमण ने संसद में इस मुद्दे को डाउनप्ले करने की कोशिश की, उन्होने कहा कि “आवंटित बजटीय संसाधनों का सशस्त्र बलों की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बेहतर रूप से उपयोग किया जाता है। आवंटित संसाधनों के आधार पर, योजनाओं को भी यह सुनिश्चित करने के लिए पुनर्निर्मित किया जाता है कि तत्काल और महत्वपूर्ण क्षमताओं को परिचालन तैयार करने के समझौते किए बिना अधिग्रहण किया जाता है,”।

रक्षा मंत्री ने अपने सैन्य व्यय में सरकारी खर्च के हिस्से की तुलना भी प्रदान की है जिसमें भारत एक बार फिर चीन को धराशाई करता है। उनके अनुसार भारत सरकार अपने कुल व्यय का 9.1 प्रतिशत अपनी सेना पर खर्च करती है 6.1 प्रतिशत चीन के खर्च की तुलना में।

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) डेटाबेस के अनुसार, चीन के वार्षिक रक्षा बजट से संबंधित कोई आधिकारिक डेटा उपलब्ध नहीं है, चीन के सैन्य व्यय 2017 में 228.23 बिलियन डॉलर था जबकि भारत ने उस वर्ष 63.923 अरब डॉलर खर्च किए थे।