लखनऊ। उन्नाव बलात्कार मामले में सीबीआई ने भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को पीडि़ता के पिता के पास से फर्जी तरीके से तमंचे की बरामदगी के मामले में साजिश का आरोपी बनाया है। सीबीआई ने सेंगर के खिलाफ पीड़िता के पिता को आर्म्स एक्ट में फंसाने की साजिश रचने के आरोप में एक और केस दर्ज किया है।
इस संबंध में विधायक को सीतापुर जेल से लाकर सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने उनकी रिमांड मांगी। कोर्ट ने दो दिन की रिमांड मंजूर कर दी है।
मामले के विवेचक अनिल कुमार की ओर से कोर्ट में पुलिस रिमांड अर्जी प्रस्तुत कर कहा गया कि प्रकरण की सीबीआइ जांच का आदेश होने के बाद चार अप्रैल को सीबीआइ ने केस दर्ज किया था।
विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलित कर आरोपित कुलदीप सिंह सेंगर को न्यायिक अभिरक्षा में लिया गया। कहा गया है कि अभियुक्त कुलदीप सिंह सेंगर का सामना पुलिस रिमांड पर लिए गए तत्कालीन एसओ माखी व दारोगा से कराना आवश्यक है जिससे सही तथ्यों का रहस्योद्घाटन हो सकेगा। सभी आरोपितों की अपराध में संलिप्तता व भूमिका भी स्पष्ट हो सकेगी।
कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सेंगर और उनके पांच गुर्गों पर पीड़िता के पिता की पीट-पीटकर हत्या का केस पहले से ही चल रहा है। पीड़िता के पिता की हत्या के आरोप में अतुल सेंगर और उसके साथी भी जेल में बंद हैं। पीड़िता के पिता की 9 अप्रैल को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी।