मंदसौर में बलात्कार के आरोपी की रिहाई की मांग वाले मार्च की खबर फ़र्ज़ी

मंदसौर। देश में जब कोई घटना घटित होती है, खासतौर से तब जब कोई मुस्लिम उसका आरोपी हो तो किसी न किसी ज़रिये से देशभर के मुसलमानों को टारगेट किया जाता रहा है। ऐसे कई मामले पहली भी आप लोग देख चुके हैं और ऐसा ही कुछ मंदसौर मासूम से बलात्कार वाले केस में हुआ।

एक फर्जी न्यूज़ पोर्टल के ज़रिये देशभर में मुस्लिम सुमदाय के खिलाफ नफरत पैदा करने का काम किया जा रहा है। फेक न्यूज़ का खुलासा करनेवाली वेबसाइट ALT News के माध्यम से हमें ये जानकारी सामने आयी।

हजारों उपयोगकर्ता एक संदेश साझा कर रहे हैं, जिसके अनुसार मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने मंदसौर की सड़कों पर रैली की मांग की कि अपराधी को रिहा कर दिया जाए। संदेश फेसबुक और ट्विटर पर जंगल की आग तरह फैल गया है।

संदेश के साथ एक वेबसाइट – www.indiaflare.com पर एक लेख के लिंक के साथ किया गया है। लेख का शीर्षक ‘क़ुरान में दूसरे धर्म की लड़कियां बलात्कार जायज़, इरफान खान को रिहा करो’, जो व्यापक रूप से फैल रहा है। लेख में, एक तस्वीर है जो मुस्लिम पुरुष ‘इरफान को रिहा करो’ के बैनर लिए हुए हैं। 1 जुलाई को प्रकाशित लेख अब तक 16,000 से अधिक बार साझा किया गया है।

इतना ही नहीं उसमे एक फर्जी फोटोशोप के ज़रिये मुसलमानों द्वारा, बलात्कार के आरोपी के खिलाफ मार्च निकालने वाली रैली का फोटो फर्जी तरीके से छेड़छाड़ कर बलात्कारी को समर्थन करना बताया गया है जिसका हम आपको असली और फर्जी फोटोशोप यहाँ दिखा रहे हैं.

ऐसे फर्जी न्यूज़ पोर्टल किन लोगों के समर्थन में चल रहे हैं? जो देश को साम्प्रदायिक दंगों में झोंकने का काम कर रहे हैं। इन्टरनेट पर ऐसे न्यूज़ पोर्टल, विडियो, ट्विटर अकाउंट और फेसबुक पेजों की भरमार है, जो सारे दिन समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत भरे सन्देश प्रचारित करने का काम कर रहे हैं।

एक फर्जी न्यूज़ पोर्टल जो अभी कुछ हफ्ते पहली ही बनाया गया है। इसमें कुरान का हवाला देते हुए लिखा गया है की “कुरआन में दुसरे धर्म की लड़कियों का बलात्कार जायज़ है” देशभर के गैर मुस्लिम समुदाय में मुस्लिमों के खिलाफ उनके दिलों में ज़हर भरने का काम कर रहा है।

इतना ही नहीं इस फर्जी न्यूज़ पोर्टल वाले ने मध्य प्रदेश गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ भी एक फेक न्यूज़ फेलाने का काम किया है जिसमे वे इस बलात्कारी इरफ़ान का बचाव करते नज़र आ रहे हैं।

Courtesy: AltNews