मुस्लिम शासन के दौरान भारत था सबसे अमीर देश

मुस्लिम शासन के तौरन भारत सबसे अमीर देश था, विश्व जीडीपी के लगभग 27% था, मुसलमानों ने भारत  को एक इकाई में एकजुट किया, इसे एक नयी पहचान दी।

मुसलमानों के आने के लगभग 1000 वर्षों पहले भारत कई देशों में विभाजित था, जो एक-दूसरे से लड़ रहे थे। मुसलमानों ने दुनिया को इमारत का सबसे खूबसूरत आरकिटेक्चर दिया। मुसलमानों ने शिक्षा प्रणाली मुहैया कराई, ख़ास कर मुसलमानों से पहले कहानियों को छोड़कर कोई इतिहास रिकॉर्ड नहीं था।

11 वीं से 13 वीं शताब्दी में जब मोंगोल द्वारा आधी दुनिया लूटी जा रही थी, बलात्कार किए जा रहे थे जला कर ख़ाक किया जा रहा था तब  मुसलमान ही थे जो लड़े, अपने जीवन का बलिदान किया और जंगली मंगोलों से भारत को सुरक्षित किया। यह आपने आप में भारत के लिए एक महान सेवा है।

आज बेवकूफ हिंदुत्व को अंग्रेजों की क्रूर भूमिका याद नहीं है, जिन्होंने भारत को 200 वर्षों के लिए लूट लिया और  विश्व जीडीपी को  27% 4% से भी कम पर ला खड़ा किया। ब्रिटिश नीतियों ने 40 लाख भारतीयों को मार गिराया यह उनकी “विभाजन और नियम” की विरासत है, जो भाजपा द्वारा फ़ॉलो की जा रही है।

मुसलमानों को उनके इतिहास से शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है, बल्कि भारत के असली निर्माता मुसलमान ही हैं।