देश की पहली मुस्लिम महिला पायलट मारिया को किस ने मारा?

मुंबई के घाटकोपर इलाके में हुए एयरक्राफ्ट क्रैश हादसे में इस विमान की सह-पायलट के पति ने हादसे के लिए एविएशन कंपनी यूवी एविएशन को जिम्मेदार ठहराया है।

गौरतलब है कि इसमें फ्लाइट के पायलट कैप्टन प्रदीप राजपूत, को-पायलट मारिया जुबेरी, इंजीनियर सुरभि बृजेश कुमार गुप्ता, टेकनिशियन तेजपाल पांडे और एक पदयात्री गोविंद पंडित की मौत हो गई है।

घटना स्थल पहुंचे डीजीसीए के अधिकारियों को प्लेन का वॉयस रिकॉर्डर सिस्टम मिल गया है जिससे हादसे की कड़ियां जोड़ने में मदद मिलेगी। कभी यह विमान उत्तर प्रदेश सरकार का था और उसे यू वी एविएशन को बेच दिया गया था।

हादसे में मारी गईं फ्लाइट की को-पायलट मारिया जुबेरी के पति पी कुथरिया ने मीडिया के सामने आकर कहा कि मौसम खराब होने के कारण उन्हें प्लेन उतारना पड़ा। कुथरिया ने कहा, ‘दुर्घटना को टाला जा सकता था, मारिया ने मुझे बताया था कि खराब मौसम के कारण फ्लाइट नहीं उड़ाई जा सकती है।

एविएशन कंपनी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार है। गौरतलब है कि 12 सीटों वाले इस विमान ने जुहू एयरपोर्ट से टेस्‍ट फ्लाइट के तौर पर उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के बाद यह विमान सिर्फ एक नॉटिकल माइल की दूरी ही तय कर पाया था, तभी विमान के पायलट ने विमान से कंट्रोल खो दिया।

उनका कहना है कि 28 जून 2018 की सुबह मरिया के चेहरे पर मुस्कुराहट थी। वह जल्द ही वापस आने की बात कहकर गई थी। उसे यकीन था कि इस तरह की उड़ान के लिए उड़ान को इज़ाज़त नहीं मिलेगी। कप्तान राजपूत को ध्यान में रखते हुए मरिया के साथ एक ही विचार साझा किये थे कि कि वे इस दिन उड़ नहीं पाएंगे। मौसम की स्थिति सही नहीं थी।

हम जानते हैं कि विमान अपने प्राइम से काफी अच्छा था। हम जानते हैं कि यह 20 साल से अधिक पुराना था। हम जानते हैं कि 2009 में पहले से ही दुर्घटना हुई थी और यूपी सरकार ने अपनी मरम्मत पर खर्च करने के बजाय इसे बेचने का फैसला किया था। उपर्युक्त सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए हम, मारिया जुबेरी के परिजन जवाब चाहते हैं। हम जानना चाहते हैं कि वास्तव में किस का दोष था और इसकी कौन जिम्मेदारी लेगा?