औरंगाबाद हिंसा: फ्लिपकार्ट से मंगवाई गई थी तलवारे और चाकु, पुलिस कर रही जांच

औरंगाबाद। पुलिस फ्लिपकार्ट के खिलाफ आपराधिक साजिश के आरोपों की संभावना को तलाश रही है। औरंगाबाद की अपराध शाखा ने 12 तलवारों और 16 चाकू समेत 30 हथियारों को बरामद किया है जिनको ई कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट से मंगवाया गया था। औरंगाबाद क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना पर फ्लिपकार्ट के हब पर छापा मारा और हथियारों को बरामद किया है।

इस मामले में अब तक 7 लोग अरेस्ट हो चुके हैं। सभी को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उन्हें 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि बीते दिनों औरंगाबाद में सांप्रदायिक दंगा हुआ था। ऐसे वक्त में हथियार आना, वह भी ऑनलाइन काफी गंभीर मामला है। पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से देख रही है।

औरंगाबाद पुलिस के मुताबिक, दंगे के बाद औरंगाबाद के 24 लोगों ने इन हथियारों को फ्लिपकार्ट पर आर्डर करके मंगाया था। ये सभी औरंगाबाद के अलग-अलग इलाकों में रहते हैं। ऑनलाइन हथियार मंगाने वाले 24 में से 6 लोगों को क्राइम ब्रांच ने अपनी हिरासत में लिया है। पुलिस ने यह जो हथियार फ्लिपकार्ट के औरंगाबाद हब से जप्त किए हैं। इनकी बुकिंग औरंगाबाद से ही की गई थी और इन हथियार की डिलीवरी जल्द ही होने ही वाली थी।

पुलिस के मुताबिक, अधिकांश सामान का आदेश 16 मई को स्थानीय निवासियों द्वारा रखे मंगाए गए थे और हथियार 21 मई को डिलीवरी के लिए एक कूरियर कंपनी के कार्यालय पहुंचे थे। ऑरंगाबाद में पानी के कनेक्शन की अफवाहों के कुछ दिनों बाद इसके लिए ऑर्डर दिए गए थे, 11 मई और 12 मई को सांप्रदायिक दंगे हुए जिससे एक लड़का मारा गया। राज्य का आतंकवाद विरोधी दल भी जांच का हिस्सा है।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, एडीजीपी बिपिन बिहारी (कानून और व्यवस्था) ने कहा कि हम फ्लिपकार्ट को बुकिंग और परिवहन, जानबूझकर या अनजाने में ऐसी खतरनाक सामग्री प्रदान करने के लिए सभी कानूनी विकल्पों की खोज कर रहे हैं। आज, वे तलवार और चाकू खरीदने में कामयाब रहे, कल यह दवाएं या विस्फोटक या किसी अन्य खतरनाक सामग्री हो सकती है। अब ज़िम्मेदारी तय करने की जरूरत है ताकि ई-कॉमर्स पोर्टल सावधानी बरतें। फ्लिपकार्ट ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।