कुरान, और बाइबिल पढ़ कर महसूस किया कि किसी भी धर्म में नफरत के लिए जगह नहीं- कल्याण सिंह

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा है कि वह सभी धर्मों के ग्रंथों का अध्ययन कर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि असहिष्णुता नहीं होना चाहिए। सिंह ने कहा कि अपने खाली समय में उन्होंने ऋग्वेद, भगवद गीता, महाभारत, कुरान, बाइबिल, सत्यर्थ प्रकाश और गुरु ग्रंथ साहिब पढ़ा और महसूस किया है कि दुनिया के किसी भी धर्म में नफरत के लिए जगह नहीं है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के साथ सहिष्णुता लोकतंत्र का प्राण तत्व हैं। मेरा विचार तुम्हारे विचार से मेल नहीं खाया तो भी मैं आपके विचारों का सम्मान करूंगा। पद्मावत फिल्म को लेकर पिछले कुछ महीनों से राजस्थान में विरोध प्रदर्शन हुआ है। फिल्म सेंसर बोर्ड की मंजूरी के बावजूद राजस्थान में यह रिलीज नहीं हुई है। सिंह ने कहा, हालांकि हम किसी के विचारों से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन हममें उनको बर्दाश्त करने की क्षमता होनी चाहिए।

सिंह के कार्यालय ने कहा कि राज्यपाल द्वारा शास्त्रों का अध्ययन करने के बाद उनके द्वारा प्राप्त निष्कर्ष “समाज, राज्य और राष्ट्र को लाभ प्रदान” करने के लिए एकत्रित किए जाएंगे। सिंह को मुख्य रूप से मुख्यमंत्री होने के लिए जाना जाता है और मुख्यमंत्री पद पर रहते उत्तर प्रदेश में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था। लिब्रहान आयोग ने विध्वंस की जांच के लिए गंभीरता से उनकी भूमिका का आरोप लगाया था।

उनका विश्वास है कि लोगों को व्यापक अध्ययन करना चाहिए। सच से दुनिया में शांति स्थापित की जा सकती है, नफरत को हटाया जा सकता है और हम एक दूसरे को समझने की शक्ति प्राप्त कर सकते हैं। लोकतंत्र की प्रशंसा करते हुए सिंह ने कहा, ‘यह शासन का सबसे अच्छा तरीका है, इस तथ्य के बावजूद कि कुछ विसंगतियां हैं, लोकतंत्र अनिवार्य रूप से सहिष्णुता को बढ़ावा देता है।