सऊदी अरब सरकार के इस फ़ैसले से टूटेंगे भारतीयों के सपनें

रियाद- स्थानीय लोगों की नियुक्ति को बढ़ावा देने के लिए सऊदी सरकार की ओर से विदेशी वर्कर्स से लेवी वसूलने का फैसला लिया है । सऊदी सरकार के इस फ़ैसले से भारतीय प्रवासियों को झटका लग सकता है।

सऊदी सरकार का यह प्लान उन भारतीयों के लिए बड़ा झटका है, जो अपने सपनों को सऊदी अरब में साकार करना चाहते हैं। इसके चलते भारतीयों के लिए सऊदी अरब में अवसर तो कम होंगे ही, इसके अलावा मौजूदा लोगों की बचत में भी कमी आएगी।

यह लेवी ऐसे वक्त में तय की गई है, जब सऊदी अरब में 5 पर्सेंट का वैल्यू ऐडेड टैक्स लगाने की भी बात की जा रही है। इन दो कदमों के चलते भारतीय प्रवासियों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगेगा।

कुवैत फाइनैंशल सेंटर मरकज के ऐग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट एम.आर. रघु ने गल्फ न्यूज को बताया, ‘इस टैक्स के चलते प्रवासी भारतीयों की बचत में 6 से 15 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है।’

फिलहाल सऊदी कंपनियां सरकार को एक विदेशी कर्मचारी पर 200 रियाल यानी 3,439 रुपये लेवी के तौर पर देती हैं। लेकिन, यह लेवी ऐसे एंप्लॉयीज पर ही दी जाती है, जो सऊदी नागरिकों की संख्या के मुकाबले अधिक हैं। अगले साल से यह लेवी और अधिक बढ़ जाएगी।

यह फीस उन कंपनियों से नहीं ली जाती है, जिनमें विदेशी एंप्लॉयीज की संख्या सऊदी या खाड़ी देशों के मुकाबले अधिक नहीं है। लेकिन, नए नियमों के मुताबिक ऐसी स्थिति में भी कंपनियों से फीस वसूली जाएगी, हालांकि यह कुछ कम होगी।