श्री श्री रविशंकर का विवादित बयान, कहा- ‘मुसलमानों को अयोध्या की जमीन हिंदुओं को उपहार में दे देना चाहिए’

अदालत से अलग मसला सुलझाने के नाम पर श्री श्री रविशंकर अलग तरह के गेम खेल रहे हैं। एक साजिश के तहत मुसलमानों को अपने झांसे में लेने की कोशिश कर रहे हैं। एकतरफ़ा बात रखकर पुरी दुनिया में यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह शांति की पहल कर रहे हैं।
मगर हक़ीक़त कुछ और ही है।

जब अॉल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने उनके साजिश को समझ लिया और उनके सुझाव को मानने से इंकार कर दिया तो उनके साजिश खुद उनकी जुबानी बाहर आ गया। साबित हो गया है कि उनके दिल में आखिर क्या चल रही थी।

आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर श्री श्री रविशंकर मंगलवार को वाराणसी में एक प्रोग्राम को संबोधित करते हुए इस पर अपनी बात रखी। शांति समझौते के नाम पर जहर उगलते हुए कहा कि मुसलमानों को अयोध्या की विवादित जमीन हिंदुओं को मंदिर बनाने के लिए उपहार स्वरूप दे देनी चाहिए।

श्रीश्री रविशंकर की तरफ से आयोजित किए गए संत समागम में उन्होंने कहा कि मुसलमानों को चाहिए कि वह विवादित जमीन का टुकड़ा हिंदुओं को उपहार दे दें और कोर्ट केस वापस ले लें, यह दोनों के लिए अच्छा रहेगा।

श्री श्री ने कहा कि बदले में हिंदुओं को उस जमीन के बाद उतनी ही जमीन मुसलमानों को उपहार दे देनी चाहिए, जहां वे मस्जिद बना सकें।

सतुआ बाबा आश्रम के मुख्य पुजारी संतोष दास ने कहा कि इस समागम में पूरे देश से आए हिंदू धार्मिक प्रमुखों ने हिस्सा लिया। समागम में मुसलमान, सिख और ईसाई धर्म के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन वे नहीं पहुंचे।