नई दिल्ली : भारत में कई शहरी केंद्रों में बड़े पैमाने पर पानी के संकट के बीच, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विंग के छात्रों के एक समूह ने नल के पानी कि बर्बादी को रोकने के लिए एक तकनीक का ईज़ाद किया है। छात्रों ने पानी की बचत में मदद के लिए “स्मार्ट वॉशबेसिन” विकसित की है।
वॉशबेसिन इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यदि कोई टैप लीक हो रही है, तो, उपयोगकर्ता के मोबाइल फोन पर एक अलर्ट भेजा जाएगा। टैप खुले रह जाने पर मोबाइल पर मैसेज तो आएगा ही साथ ही बेसिन के पानी को रिसायकल कर दोबारा नहाने और पौधों को सींचने लायक बना सकेंगे। इस आविष्कार के लिए छात्रों को 50 हजार का इनाम भी मिला है। प्रोजेक्ट से जुड़े छात्र यश खन्ना अपनी कामयाबी से खुश होकर देश के लिए कुछ खास करना चाहते हैं।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-हार्डवेयर एडिशन के शुरुआती चरण में भी छात्रों का यह प्रोजेक्ट चयनित हो चुका है। जिसमें देश भर में 600 टीमों में जगह बनाई थी। इसके बाद अब इंडिया हैकाथॉन-2018 प्रतियोगिता में देश भर से 10 हजार से ज्यादा प्रोजेक्ट शामिल किए गए। जिसका फाइनल एनआइटी त्रिची में हुआ था। इसमें चयनित होने पर छात्र यश खन्ना, तनुज टंडन व उत्कर्ष गुप्ता ने 50 हजार रुपये का नकद पुरस्कार जीता। इस प्रोजेक्ट पर छात्रों ने पूरा काम एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.क्षितिज सिंघल और सहायक प्रवक्ता अमित सक्सेना के निर्देशन में पूरा किया था।
Moradabad: Students of engineering college have designed 'smart washbasin' that can help in conserving water, say' this model is designed in such a way that if tap is leaking an alert will be sent on users mobile phone. Water which gets wasted can be saved by this.' (25.06.18) pic.twitter.com/2Ws74UhlPb
— ANI UP (@ANINewsUP) June 25, 2018
बड़ी बात तो ये है कि अगर टंकी में पानी का रिसाव हो रहा है या नल खुला है, तब भी आपके मोबाइल पर संदेश भी आ जाएगा। जाहिर है ‘जल ही जीवन है‘ इसके बिना मनुष्य, जीव-जंतु और पेड़-पौधों की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। पानी के अति दोहन पर यदि समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो आगामी समय में गंभीर संकट का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में देश के इन मेधावी छात्रों के नये आविष्कार से पानी के अनमोल बूंदों की बर्बादी पर लगाम लगाई जा सकेगी।