ब्रिटिश प्रधान मंत्री थ्रेसामे की कैबिनेट में सीनियर मंत्री प्रीति पटेल ने रोहिंग्या के मुद्दे पर इंडिया के रुख की आलोचना की है। केंद्रीय सरकार ने भारत में रहने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है और सरकार उन्हें वापस म्यांमार भेजना चाहती है।
भारतीय मूल की प्रीति पटेल ब्रिटेन में अंतर्राष्ट्रीय विकास की सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट के पद पर कार्यरत हैं। बीबीसी के अनुसार प्रीति पटेल ने भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और उन्हें एक प्रभावशाली नेता क़रार दिया। प्रीति पटेल ने रोहिंग्या मुसलमानों को अपने देश से वापस भेजने के बारे में कहा कि मेरा ख्याल है कि यह अवास्तविक है।
उन्होंने कहा कि वहां की जमीनी हालत देखें, वहन पांच लाख से अधिक लोगों को सताया जा रहा है। रखाइन राज्य में नरसंहार जारी है। वहां के लोग किसी वजह से निकल रहे हैं। वह इसलिए नहीं जा रहे हैं कि वह किसी दुसरे देश में पनाह लेना चाहते हैं। वे अपने घर बार को इस लिए छोड़ रहे हैं कि उन्हें सताया जा रहा है।
प्रीति पटेल ने कहा कि यह कहना अनुचित होगा कि पांच लाख लोग सुरक्षा के लिए खतरा हैं। वे अपने घरों को इस लिए छोड़ रहे हैं ताकि वह जिंदा रह सकें।