VIDEO: मौलाना अरशद मदनी अमीर उल हिन्द हैं, मैंने उन्हें कभी निशाना नहीं बनाया- सलमान नदवी

इधर चंद दिन से आलमे इस्लाम की एक अज़ीम शख़्सियत हज़रत मौलाना सैय्यद सलमान नदवी के चंद बयानात को लेकर चंद सतही किस्म के और नासमझ लोग सोशल मीडिया पर ये हंगामा कर रहे थे कि मौलाना अपने बयानात में हज़रत मौलाना सैय्यद अरशद मदनी को निशाना बना रहे हैं जबकि मौलाना ने मौलाना अरशद साहब को अमीरुलहिन्द के ख़िताब से नवाज़ा था!

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मौलाना अपने एक अपने एक इंटरव्यू में वाजे अंदाज़ में कहा की मौलाना अरशद मदनी और इन जैसे ओलमा मेरे लिए कबीले एहतेराम शख्सियत हैं इनके खिलाफ अपनी ज़बान खोलना और उनकी अदनी में भी बेअदबी करना अपने पर मैं हराम समझता हूँ, अल्बत्ता कौमी मामले में इख़्तेलाफ़ हो तो इनमे बाअदब होकर सिर्क अपने मौक़फ़ खबर कर देता हूँ!

मौलाना ने कहा जिस अंदाज में हज़रत मौलाना अरशद मदनी मुल्क इस पर अशुब दौर में काम कर रहे हैं चाहे वह बेकसूर नौजवानों को जेल से छुड़ाना हो या हिन्दू-मुस्लिम यकजहति की उनकी कामयाब कोशिशें हों और इनके अलावा उनकी तमाम खिदमात को सामने रखते हुए मैं मौलाना के मुतालिक अपने मौकफ पर अब भी कायम हूँ! मैं इनको अमीरुलहिन्द कहता था, कहता हूँ और कहता रहूँगा! मौलाना ने मजीद कहा की अगर उम्र के हिसाब से देखा जाय तो मौलाना मेरे लिए चचा का दर्जा रखते हैं!

मौलाना सलमान साहब ने मजीद कहा कि मौलाना अरशद साहब और उनके वालिद मोहतरम मिल्लते इस्लामिया हिंदिया के साबिक़ रहनुमा हज़रत मौलाना हुसैन अहमद मदनी रह: और उनके वालिद शेखुलहिन्द रह: बल्कि पूरी जमियते ओलमए हिन्द का एक शानदार माज़ी है! मिल्लत के लिए इन्होने जो भी ख़िदमात की है उसे कैसे नजरंदाज किया जा सकता है?

इख़्तेलाफ़ करना और तनक़ीद करना यह सतही लोगों का काम है अगर मैं इनसे किसी मामले में इख़्तेलाफ़ करता हूँ तो अकाबिर गज़ ये मतलब नहीं के मैं इनके खिलाफ हूँ और तनक़ीद करने लगूँ, ये मेरे लिए कभी जायज़ नहीं है।