भंवरी देवी हत्याकांड की आरोपी इंद्रा विश्नोई को ATS ने किया मध्यप्रदेश के देवास से गिरफ्तार

नई दिल्ली: राजस्थान की बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड में राज्य की एटीएस ने लगभग 6 साल से फरार चल रही इंद्रा विश्नोई को गिरफ्तार किया है। विश्नोई को एटीएस ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के देवास में नर्मदा नदी के पास से गिरफ्तार किया। इंदिरा विश्वनोई पर 5 लाख का इनाम रखा गया था।

खबरों के मुताबिक, इंदिरा विश्वनोई मध्य प्रदेश के जिले देवास में गुप्त तरीके से ठिकाना बनाए हुई थी। बताया जा रहा है कि उन्हें उनके एक समर्थक ने अपने यहां पनाह दे रखी थी। वह एक सामान्य महिला के रूप में जीवन बिता रही थी। मिली जानकारी के अनुसार, इंदिरा विश्नोई न तो फोन का प्रयोग कर रही थी और न ही एटीएम।

एटीएस शनिवार यानी आज जोधपुर में विश्नोई को सीबीआई को सौंप देगा। करीब दो माह पहले विश्नोई के बारे में उदयपुर की एटीएस चौकी को सूचना मिली थी कि वह देवास में रह रही हैं। इसके बाद एटीएस के एडीजी उमेश मिश्रा, आईजी बीजू जार्ज जोसफ और एएसपी शांतनु कुमार की मॉनीटरिंग में टीम तलाश में जुटी हुई थी।

एडीजी उमेश मिश्रा ने बताया, “छह साल बीतने और एक समान्य आदमी की तरह जीवन जीने के चलते इंद्रा विश्नोई की पहले की फोटो के आधार पर पहचान नहीं हो पा रही थी। इस बीच एक माह पहले बीजू को फिर क्लू मिला कि इंद्रा देवास में ही है। उसकी तलाश की गई। एटीएस ने शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।” बता दें कि इस मामले में एक पूर्व मंत्री और एक विधायक समेत 16 आरोपी जेल में है।

गौरतलब है कि इंदिरा विश्वनोई के भाई और पूर्व विधायक मलखान सिंह से भंवरी देवी के रिश्ते थे। भंवरी देवी के एक बेटी भी है और जांच से यह साबित हुआ है कि वो मलखान की बेटी है। कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे महिपाल मदेरणा की भंवरी के साथ सीडी थी। भंवरी मलखान से पैदा हुई बेटी का हक मांगने की धमकी दे रही थी।

विश्नोई ने भंवरी को रोकने और मदेरणा समेत अन्य नेताओं की सीडी छीनने के लिए रिश्तेदार सोहनलाल के साथ भंवरी के अपहरण की साजिश रची जिसमें मलखान और महिपाल भी शामिल थे। भंवरी का अपहरण 1 सितंबर 2011 को किया और उसकी हत्या कर दी गई।

केस के शुरूआती दिनों में विश्नोई से सीबीआई ने दो-तीन बार पूछताछ की। तब मीडिया से कहा था कि वह मुंह खोलेगी तो कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।  इसके बाद, 3 दिसंबर 2011 को विश्नोई अचानक से फरार हो गई। कोर्ट ने अप्रैल 2012 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया जिसके बाद पुलिस उसके तलाश में थी।