अनुवाद दिवस पर हैदराबाद के छात्रों ने लॉन्च किया ‘ट्रांसज़ार’, कई भाषाओं में आसानी से कर सकते हैं अनुवाद

हैदराबाद: – आईआईआईटी (IIIT) हैदराबाद के छात्र के स्टार्टअप ईभाषा सेतु ने अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस पर ‘ट्रांसज़ार’ लॉन्च किया अब अनुवादक आसानी से भारतीय भाषाओं में अनुवाद कर सकते हैं।“ईभाषा सेतु के डिरेक्टर और सीईओ श्री राशिद अहमद ने 30 सितंबर 2018 को अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस के अवसर पर “ट्रांसज़ार” लॉन्च किया। “ट्रांसज़ार” से अनुवादक भारतीय भाषाओं में आसानी से अनुवाद कर सकते हैं।
बता दें की “ट्रांसज़ार”अत्याधुनिक मशीनी अनुवाद तकनीक पर आधारित है और कई लिंगग्विस्टिक टूल का प्रयोग करता है जो पोस्ट-एडिटिंग की प्रक्रिया में बहुत सहायता करते हैं।  जिससे अनुवादकों की उत्पादकता (प्रोडक्टिविटी) 2-3 गुना बढ़ जाती है।

यह सिस्टम ईभाषा सेतु की टीम द्वारा विकसित किया गया है। वह आईआईआईटी हैदराबाद, गच्चिबोवली के रिसर्च स्कॉलर हैं। वह आईआईआईटी हैदराबाद और आईआईटी बीएचयू वाराणसी पूर्व निदेशक डॉ राजीव सांगल की देखरेख में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहे हैं। इस अवसर पर बोलते हुए श्री राशिद अहमद ने कहा कि भविष्य में, “ट्रांसज़ार” अनुवाद एजेंसियों और उद्यमों के लिए टीम वर्कफ़्लो सुविधा (प्री-एडिटिंग, पोस्ट-एडिटिंग, समीक्षा, गुणवत्ता जांच इत्यादि) कि भी फसिलिटी प्रदान करेगा।

वर्तमान में यह व्यक्तिगत फ्रीलांसर अनुवादकों के लिये है। इस प्लैटफॉर्म का उद्देश्य अनुवादकों को नवीनतम तकनीकी विकास के बराबर रखना है।

ट्रांसज़ार अत्याधुनिक मशीनी अनुवाद तकनीक पर आधारित है और कई लिंगग्विस्टिक टूल (जैसे लैंग्वेज कॉर्पस, टेक्स्ट प्रासेसिंग इत्यादि) का प्रयोग करता है।

ये प्लैटफॉर्म मानव उपयोगकर्ता ( जैसे भाषा संपादक या अनुवादक) को काफी कम प्रयास के साथ प्रकाशित करने योग्य गुणवत्ता सामग्री का उत्पादन करने में सहायता प्रदान करता हैं यह समय में, काम को पुरा करने का आश्वासन कि सुविधा भी प्रदान करता है। साधारण शब्दों में हमारे प्लैटफॉर्म, ट्रांसज़ार अनुवादकों को सशक्त बनाता है।

यह आशा की जाती है कि यह अद्वितीय (यूनीक) पहल अनुवाद के पेशे के लिए अपनाने योग्य होगी। ग्लोबलाइजेशन के प्रगति के युग में अनुवाद तेजी से आवश्यक हो रहा है।

इस अवसर पर ट्रांसज़ार टीम के सदस्य श्री अविनाश कुमार सिंह, श्री प्रियंक गुप्ता, श्री श्रवण कुमार, श्रीनिवासलु, श्री नागराजु और साईं कृष्ण मौजूद थे।

अधिक जानकारी के लिए इस लिंक को ओपन करें https://transzaar.com