ईरान में सिर पर सही तरीके से हिजाब न पहनने के लिए धार्मिक सिद्धांतों की पहरेदारी करने वाली महिला पुलिसकर्मियों ने एक महिला की पिटाई कर दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस दुर्घटना के बाद देश में हिजाब पहनने के तहत चर्चा तेज़ हो गई है।
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उक्त घटना के तहत न केवल उच्च स्तर के अधिकारियों बल्कि राष्ट्रपति हसन रूहानी तक इसकी चर्चा पहुंच गई है। जबकि ईरान की महिलायें हिजाब के उसूल के साथ साथ शिया बाहुल्य देश में अपने आस्था पर भी सवाल खड़े कर रही हैं।
गौरतलब है कि 1979 के इस्लामी अभियान से पहले हिजाब धर्म के साथ साथ राजनीतिक प्रतीक भी बन गया था। अफ्रोज जिसकी उम्र 28 साल है, ने सज़ा के डर से पूरा नाम न बताते हुए कहा कि मैं वह इंसान थी जो हमेशा नमाज़ अदा करती थी और अल्लाह में पूरा यकीन रखती थी, मैं खाने से पहले हमेशा अल्लाह का सुक्रिया अदा करती थी। लेकिन अब मेरा इन चीजों में बिलकुल भरोसा नहीं रहा।