ईरान में एक महिला मानवाधिकार कार्यकर्ता को सर्वोच्च नेता का अपमान करने की अनोखी सजा दी गई है। ईरानी मानवाधिकार वकील नसरीन सोतौदेह को 38 साल जेल और 148 कोड़े मारने की सजा सुनाई गई है।
Iran has sentenced 55-year-old lawyer Nasrin Sotoudeh to 148 lashes and 38 years in prison over her defense of women defying the Islamic Republic's mandatory headscarf law, according to her husband. https://t.co/zSCQ4hgodv
— Los Angeles Times (@latimes) March 13, 2019
उनके परिवार ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस बात की जानकरी दी है। अगर जेल के दौरान सोतौदेह का व्यवहार ठीक नहीं रहा तो उन्हें 10 साल की अतिरिक्त जेल का सामना करना पड़ सकता है। इस समय सोतौदेह जेल में बंद हैं। ईरान की इस मानवाधिकार वकील के पति को भी छह साल की सजा दी गई है।
Iran: Nasrin Sotoudeh gets 38 years prison term and 148 lashes https://t.co/7Re3tueSWW pic.twitter.com/0Ulg93QH4Q
— The Siasat Daily (@TheSiasatDaily) March 13, 2019
ईरान में एक महिला मानवाधिकार कार्यकर्ता नसरीन सोतौदेह को 38 साल जेल की सजा सुनाई गई है। उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ अपराध करने ईरान के सर्वोच्च नेता का अपमान करने के लिए दोषी ठहराया गया था।
https://twitter.com/EP_President/status/1105422742046892033?s=19
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, नसरीन सोतौदेह मानवाधिकार रक्षकों, असंतुष्टों और महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रसिद्ध हैं। यह देश में नकाब अनिवार्य किए जाने के खिलाफ आंदोलन चला चुकी हैं।
Tuesday #Iran Daily: Lawyer #Sotoudeh — I Have Been Given a 38-Year Prison Sentencehttps://t.co/MMVrRzsrJC pic.twitter.com/oG07w9veqN
— EA WorldView (@EA_WorldView) March 12, 2019
सोतौदेह के पति रेजा खानदान ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि उन्हें मूलतः 33 साल की जेल और 148 कोड़े मारने की सजा सुनाई गई है। लेकिन वह पांच साल जेल की सजा पहले ही भुगत रही हैं इसलिए कुल सजा अब 38 साल की है।
राज्य मीडिया ने इस मामले में जज मोहम्मद मोघिसे का हवाला देते हुए कहा कि सोतौदेह को सात साल जेल की सजा सुनाई गई है। हालांकि इस बाबत आ रही रिपोर्टों से यह बात गलत साबित हो रही है। इस बीच एमनेस्टी इंटरनेशनल ने ईरानी मानवाधिकार वकील को सजा देने के फैसले की निंदा की।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपने बयान में कहा, “नैशिन सोतौदेह ने अपना जीवन महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और मौत की सजा के खिलाफ बोलने के लिए समर्पित किया है।
यह पूरी तरह से अपमानजनक है कि ईरान के अधिकारी मानवाधिकारों के काम के लिए उन्हें दंडित कर रहे हैं।” आपको बता दें कि पिछले जून में सोतौदेह को तेहरान में गिरफ्तार किया गया था। 2010 में उन्हें कई आरोपों में 11 साल जेल की सजा सुनाई गई थी।