अमेरिकी प्रतिबंधों को नाकाम करने के लिए ईरान ने ठानी, हसन रुहानी ने कहा- ‘हम हार नहीं मानेंगे’

राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि जनता की मदद से अमरीकी प्रतिबंधों को विफल बना देंगे। डाक्टर हसन रूहानी ने सोमवार को कहा कि अमरीका को यह समझ लेना चाहिए कि ज़ोर-ज़बरदस्ती या धौंस से ईरानी राष्ट्र से बात नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि अमरीका को जान लेना चाहिए कि गुंडगर्दी से वह ईरानी राष्ट्र का मुक़ाबला कभी नहीं कर सकता।

ईरान के राष्ट्रपति का कहना था कि अमरीकी जो काम कर रहे हैं उससे केवल जनता पर दबाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अमरीकी व्यवहार से वर्तमान समय में न केवल यह कि ईरान क्रोधित है बल्कि संसार के बहुत से देश और यूरोपीय कंपनियां भी उससे नाराज़ हैं।

राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्रसंघ की महासभा के वार्षिक अधिवेशन में भाग लेने के उद्देश्य से मैं न्यूयार्क में था तो चार देशों के नेताओं ने यह प्रयास किये थे कि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मेरी मुलाक़ात कराई जाए।

उन्होंने कहा कि वार्ता के लिए ईरान की ओर से कोई समस्या नहीं है लेकिन उसकी शर्त यह है कि सामने वाला पक्ष, अपने वचनों पर पूरी तरह से पाबंद रहे। उनका कहना था कि अपनी नीतियों से अमरीका अलग-थलग होता जा रहा है।

राष्ट्रपति रूहानी ने स्पष्ट किया कि परमाणु समझौते जेसीपीओए के बारे में सारे देश ईरान के साथ थे और आज भी अमरीका के मुक़ाबले में बहुत से देश ईरान के साथ हैं। उन्होंने कहा कि ईरान अपना तेल निर्यात करता रहेगा और अमरीकी प्रतिबंधों की ओर कोई ध्यान नहीं देगा।

उनका कहना था कि अब अमरीका अगर अपने वचनों का पालन नहीं करता है तो पूरा यूरोपीय संघ, उसके मुक़ाबले में उठ खड़ा होगा।
उल्लेखनीय है कि अमरीका की ओर से तेल निर्यात, बैंकिंग सिस्टम और वित्तीय लेनदेन पर 5 नवंबर से अमरीकी प्रतिबंध लागू हो रहे हैं।