संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त अरब अमीरात (युएई) ने आरोप लगाया है कि 2015 में वैश्विक शक्तियों के साथ परमाणु समझौता होने के बाद से ही उसका उल्लंघन कर रहा है। संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अलनहयान ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि परमाणु समझौते के दो साल बाद भी ईरान के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है और वे अब भी लगातार परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहे हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि हम ईरान के परमाणु कार्यक्रम के नियंत्रण का समर्थन करते हैं और समझौते की शर्तों का मूल्यांकन को जारी रखना चाहते हैं। संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री का बयान ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी के बयान के बाद आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ईरान अपनी मिसाइल क्षमता में वृद्धि करेगा और इसके लिए किसी की भी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
ईरानी न्यूज एजेंसी तसनीम का कहना है कि ईरान ने दो हजार किलोमीटर की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। यह मिसाइल अपने साथ कई वारहेड को ले जाने में सक्षम है।