तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति ने रविवार को अमेरिका को चेताते हुए कहा कि वह तेहरान और छह वैश्विक शक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते से बाहर नहीं निकले। अमेरिका और ईरान के साथ ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, चीन, रूस और यूरोपियन यूनियन भी इस समझौते के साझेदार हैं।
इन सब का कहना है कि ईरान इस समझौते को लेकर प्रतिबद्ध रहा है। रुहानी ने कहा, ऐसे में अगर अमेरिका इस समझौते से बाहर निकलेगा तो दुनिया में यही संदेश जाएगा कि वह अपने शब्दों पर कायम नहीं रह सका।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, राष्ट्रपति हसन रूहानी ने नए समझौते पर चर्चा से इनकार के अपने पुराने रुख को दोहराया। रूहानी ने पूर्वोत्तर ईरान में अपने संबोधन के दौरान कहा कि यदि जेसीपीओए से अमेरिका बाहर हो गया तो उसे बहुत जल्द इसका पछतावा होगा।
हम युद्ध और तनाव के पक्षधर नहीं हैं लेकिन अपने अधिकारों की मजबूती से रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम जेसीपीओए के हमारे कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं और इस समझौते को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मंजूरी मिली हुई है। रूहानी ने कहा, हम दुनिया को बता चुके हैं कि हम हमारे हथियारों पर किसी के साथ भी चर्चा नहीं करेंगे।
हम क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे और दूसरा आईएस बनने नहीं देंगे। गौरतलब है कि ट्रंप कह चुके हैं कि ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने या नहीं होने पर वह 12 मई तक फैसला लेंगे।