ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने कहा कि ईरान के लोग अमेरिकी दबाव के सामने झुकेंगे नहीं। ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने के बाद ईरान उसके दोबारा से लगाई गई प्रतिबंधों का सामना कर रहा है। ईरान की सरकारी मीडिया के अनुसार रूहानी ने बुधवार को कहा कि ईरान की जनता कभी भी अमेरिकी सरकार की साजिश और दबाव के सामने खुद को आत्मसमर्पण नहीं करेंगे “।
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हसन रूहानी पिछले साल इसी वादे पर राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे कि दुनिया के प्रमुख देशों के साथ हुए ईरान परमाणु समझौते के दम पर देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी।
ईरान परमाणु समझौते के बाद अमेरिका ने ईरान पर लगाए गए कुछ प्रतिबंधों को हटा दिया था। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के फैसले के बाद समझौते की अहमियत कम हुई है। अनुबंध के अन्य हस्ताक्षरित देश – रूस, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी इस समझौते को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।