मर जाऊंगी, लेकिन पाकिस्तान नहीं जाऊंगी : पाकिस्तानी एजेंट मो. एजाज का बीवी

आरा : गुजिशता दिनों यूपी के मेरठ में पकड़े गए पाकिस्तानी एजेंट मो. एजाज की बीवी आसमां खातून जो हमल में है, अपने वालिद शमशेर आलम वालिदा जहांगीर आरा के साथ अपने मायके अजीमाबाद लौट आई है। बुध को आसमां के घर पहुंचने की इत्तिला पर रिशतेदारों पड़ोसियों का तांता लग रहा। हर-आने जाने वाले लोग आसमां के वालिदैन को ढांढस बंधा रहे थे। दूसरी तरफ, बेचारी आसमां भी आंखों में आंसू सीने में दर्द लिए घर के एक कोने में पड़ी थी। एजाज ने उसे यूपी के बरेली शहर वाकेय किराए के मकान में रखा था।

मायके लौटी आसमां ने कहा कि वो मर जाएगी, लेकिन पाकिस्तान नहीं जाएगी। अब कभी भी उसके साथ रिश्ता नहीं रखना चाहती है। पेट में पल रहे बच्चे के मुतल्लिक़ आसमां का कहना है, कि वह बच्चे को जन्म जरूर देगी। जनवरी में बच्चा होने वाला है। बच्चे को वालिद का नाम देना मेरी मजबूरी है। बच्चे के मुश्ताकबिल के मौजू में पूछने पर आसमां कहती है, कि बच्चे को पालेगी। उसे एक नई जिंदगी देगी। उसने कहा, एजाज ने हमारे साथ धोखा किया है। मुल्क के ऐसे गद्दार को कानून जो भी सजा देगा, उसे कोई एतराज नहीं होगा। बेटी के साथ हुई वाकिया को लेकर उसके वालिद शमशाद, वालिदा जहांगीर आरा का रो-रो कर बुरा हाल है।

अजीमाबाद थाना इलाक़े के अजीमाबाद गांव के रहने वाले शमशेर आलम की बेटी आसमां की पहली शादी 5 साल पहले करवासीन गांव में हुई थी। पहले शौहर से तलाक के बाद साल 2014 में एजाज के साथ निकाह हुआ था। नाढ़ी गांव के रहने वाले मौसेरे भाई बाबर ने शादी कराई थी, जबकि खुद बाबर शादी में नहीं आया था। कलाम उर्फ एजाज तीन माह तक अजीमाबाद में रहकर पहले चप्पल फिर कपड़ा बेचा करता था फिर 14 माह पहले एजाज के साथ उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में रहकर वीडियोग्राफी के साथ-साथ, मोबाइल, कम्प्यूटर का काम करता था। एजाज अंग्रेजी, हिंदी व उर्दू तीनों जुबान की जानकारी रखता था। आसमां बताती है, कि बरेली में रहने के दौरान तीन बार डेरा बदल चुका था।