यूएस – इस्लाम अमन की तालीम देने वाला मज़हब और आपसी मेल्मिलाव को बढावा देता है इस्लाम और दाईश दोनों एकदूसरे जुदा चीज़े है ये पैगाम दिया है सीरियन मूल की कालेज प्रोफ़ेसर रिहाब सवाह ने 140 लोगो को ख़िताब करते हुये ये बाते कही .
ये सेमीनार रोअने स्टेट कम्युनिटी कॉलेज के इंटरनेशनल एजुकेशन डिपार्टमेंट और ओक रिज इंस्टिट्यूट फ़ॉर लीर्न्निंग ने आयोजित किया था
प्रोफ़ेसर सवाह ने इस्लाम और इस्लाम के आगमन से लेकर प्रोफेट मुहम्मद की तालीम पे रौशनी डाली .उन्होंने कहा कि आईएसआईएस ने खुद की खिलाफत का एलान कर रखा है लेकिन जिस तरह की करतूत फैला रखी है वो इस्लाम के ख़िलाफ़ है आईएसआईएस सीरिया के नार्थ ईस्ट और ईराक के साउथवेस्ट में अपनी जड़े जमा रखी है .
आईएसआईएस ने अपने मक़सद को पूरा करने के लियें इस्लाम की अपनी तफसीर की है
.
उन्होंने कहा इस्लाम में जिहाद एक हक़ और उसूली लड़ाई है जोकि अपने आप से भी लड़नी पड़ती है और जब इस्लाम के अरकान से हुकुमत रोके तभी जिहाद किया जा सकता है लेकिन इसमें भी मजलूम और महिलाओ को नुक्सान नही पहुचाया जा सकता है लेकिन आईएसआईएस तो महिलाओ ,बच्चो और मजलूम का कत्लेआम कर रही है .
इस्लाम का इसाइयत के साथ तारीख़ी रिश्ता है और मेरी को मुस्लिम बहुत आला मर्तबा देते है .लेकिन आईएसआईएस ने इसाई अवाम के साथ बर्बरता वाला सलूक किया है