ISIS ने मां को खिलाया उसके ही बेटे का गोश्त

इराक और सीरिया के कई इलाकों पर कब्जा कर चुके दहशतगर्द तंज़ीम आईएसआईएस दिन ब दिन खतरनाक होता जा रही है। गुजश्ता दिनों इस तंज़ीम ने कई लोगों को जिंदा ही जला दिया था तो किसी का गला काट दिया था ऐसे ही कई खतरनाक वाकियात को आईएसआईएस अंजाम दें रहा है। इस बार भी तंज़ीम ने बेदर्दी की सारी हदें पार कर दी हैं। खबरों के मुताबिक, दहशतगर्दों ने एक खातून को उसके ही बेटे का गोश्त खिला दिया।

गुजश्ता दिनों दहशतगर्दों ने उसके बेटे को यरगमाल बना रखा था और खातून दहशतगर्दों के ठिकाने पर उसकी रिहाई की मांग करने गई थी। आईएसआईएस के खिलाफ जंग में हिस्सा लेने इराक गए एक ब्रिटिश लड़ाके यासिर अब्दुल्ला ने दहशतगर्दों के इस कारनामे का खुलासा किया है।

उसने बताया कि दहशतगर्द की तरफ से अगवा किये हुए नौजवान की बूढ़ी मां दहशतगर्दों के हेडक्वॉर्टर पहुंची और अपने बेटे की रिहाई की मिन्नतें की। तब दहशतगर्दों ने उसके बेटे को सरेआम ही मार डाला, और उसकी मां को बेटे के जिस्म का गोश्त पकाकर खिलाया।

यासिर ने एक न्यूज पेपर को बताया कि, वो अपने बेटे को लेकरफिक्रमंद थी और उसे ढूंढते हुए दहशतगर्दों के हेडक्वॉर्टर पहुंच गई। दहशतगर्दों ने उसे आराम से बैठने को कहा क्योंकि वह बहुत दूर से सफर करके वहां पहुंची थी।

दहशतगर्दों ने खातून से कहा कि वो बहुत थकी हुई है और अपने बेटे से मुलाकात करने से पहले कुछ खा ले। तो दहशतगर्दों ने उसे चाय, पका हुआ गोश्त , चावल और सूप दिया। खातून को जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह अपने ही बेटे का गोश्त खा रही है। उसने दहशतगर्दों को रहमदिल समझा।

फिर खाना खाने के बाद खातून ने अपने बेटे से मिलने की खाहिश जाहिर की। तब दहशतगर्द ठहाके मारकर हंसे और कहा तुम कुछ देर पहले ही अपने बेटे को खा चुकी हो। जिसे सुनकर व जोर-जोर से रोने लगी। यासिर ने बताया कि आईएसआईएस किसी को भी जिंदा नहीं जाने देते व इंसानों का जिंदा ही टुकड़े कर देते है।