ISI का नया फरमान काफिरों के इमाम को क़त्ल करो

लंदन : आईएसआई ने एक नए फरमान में उन मुस्लिम धर्मगुरुओं की हत्या करने का हुक्म दिया है, जो उसकी विचारधारा से सहमत नहीं रखते हैं। आईएस ने ऐसे मुस्लिम धर्मगुरुओं को ‘काफिरों के इमाम’ का नाम दिया है। आतंकी संगठन ने ऐसे धर्मगुरुओं की एक लिस्ट जारी करते हुए अपने हमियों से इनकी हत्या करने की बात कही है।

इस्लामिक स्टेट की प्रॉपेगैंडा मैगजीन ‘दाबिक’ ने उन मौलवियों की पहचान की है जो इस आतंकी संगठन की तनक़ीद करते हैं। ब्रिटेन, भारत समेत दुनिया भर के तमाम मुल्कों के मौलवी और मुस्लिम धर्मगुरु इस आतंकी संगठन की तनक़ीद करते हुए इसे इस्लाम के खिलाफ बता चुके हैं।

आईएस की तरफ से फैलाई जा रही चौतरफा हिंसा की मुसलसल आलोचनाओं से इस संगठन को एतराज है। हाल के महीनों में पेरिस, ब्रसल्ज, तुर्की, आइवरी कोस्ट, और ट्यूनीशिया में हुए आईएस के हमलों के बाद ब्रिटेन और भारत के तमाम मुस्लिम इमामों ने इसकी तीखी मज़्मत की थी।

गुजिश्ता साल सितंबर में अकेले भारत से 1000 मुस्लिम धर्मगुरुओं ने आईएस समेत दूसरे आतंकी संगठनों के खिलाफ एक फतवा जारी किया था। इसमें आतंकी संगठनों के इस्लाम के खिलाफ बताया गया था।

मैगजीन ने मुसलमानों से अपील की है कि जो दार-अल-इस्लाम के रास्ते पर चल चुका है, मुजाहिद बन चुका है, वह जिहाद के लिए उपलब्ध संसाधनों (छूरा, बंदूक, बारूद या कुछ और) की मदद से काफिरों और काफिरों के इमाम की हत्या करे।