रमज़ान के तीसरे जुम्मा को अल-अक्सा मस्जिद में 3 लाख से ज्यादा मुसलमानों ने पढ़ी नमाज़

यरूशलम। अल-अक्सा मस्जिद परिसर में रमजान-उल-मुबारक माह के तीसरे जुम्मे की नमाज अदा करने के 300,000 से अधिक फिलीस्तीनियों ने कड़ी सुरक्षा के बीच यरूशलम में प्रवेश किया। इस कंपाउंड का प्रबंधन करने वाले इस्लामिक एंडोमेंट (वक्फ) के महानिदेशक शेख अज्जम अल-खतीब ने कहा कि अल-अक्सा मस्जिद में तीन लाख से अधिक मुस्लिमों ने यहां जुम्मे की नमाज पढ़ी।

यरूशलम के पुराने शहर में इस मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। रमजान के दौरान, इज़रायल के अधिकारियों ने 40 से अधिक आयु के पुरुषों और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को छोड़ बाकी सभी उम्र के लोगों को बिना परमिट आने की अनुमति दी जिसकी आमतौर पर चौकियों को पार करने और क्षेत्र से बाहर निकलने के लिए जरुरत होती है।

मुसलमानों के लिए पवित्र यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद है जो इस्लाम के तीसरी सबसे पवित्र स्थल का प्रतिनिधित्व करता है। इस्लामी मान्यता के अनुसार यह वह जगह है जहां से पैगंबर मोहम्मद (सल्ल) ने जन्नत की यात्रा शुरू की थी।

1967 के मध्य पूर्व युद्ध के दौरान ईसाईयों ने पूर्व यरूशलम और वेस्ट बैंक पर कब्जा कर लिया और बाद में वर्ष 1980 में पवित्र शहर पर कब्जा लिया और स्वयं घोषणा कर इसको यहूदी राज्य की एकीकृत राजधानी बना लिया जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता नहीं मिली है।