चीन में फैल रही है मुस्लिमों के प्रति नफ़रत, मस्जिद ना बने इसलिए गाड़ दिया सुअर का सिर

चीन में इस्लाम के प्रति नफ़रत बढ़ती जा रही है। मुस्लिम बाहुल्य प्रांत शिनजियांग के बाद सोशल मीडिया पर मुस्लिम विरोधी भावनाएं तेज़ी से पनप रही हैं। शिनजियांग में मुसलमानों के लंबी दाढ़ी रखने और बुर्का पहनने पर रोक लगा दी गई है। चीन प्रशासन नाबालिग मुस्लिम बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए बाध्य करने पर भी रोक लगा रखी है।

समाचार संस्था एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की विशेष रिपोर्ट की मानें तो चीन के सोशल मीडिया में “मुस्लिम-विरोधी” भावनाएं तेजी से पनप रही हैं और ये आग शिनजियांग प्रांत से बाहर पूरे देश में फैलने लगी है।

रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी चीन के अनहुई इलाके की राजधानी हेफई में जब एक मस्जिद बनायी जा रही थी तो गैर-स्थानीय नागरिकों ने उसका विरोध किया। विरोध करने वालों ने एक रात मस्जिद की जमीन पर सूअर का कटा सिर गाड़ दिया। मस्जिद के विरोध में दर्जनों लोगों ने झंडे और बैनर के साथ प्रदर्शन भी किया।

बाद इसके एक स्थानीय मस्जिद के इमाम को धमकी भरा संदेश मिला जिसमें कहा गया कि तुम्हारे परिवार में कोई मारा जाए तो हम तुम्हें ताबूत उपलब्ध कराएंगे। अगर एक से ज्यादा ताबूत की जरूरत होगी तो वो भी देंगे।

चीन में मुस्लिम-विरोधी भावनाओं को हवा देने में एक चीनी प्रोपेगैंडा अधिकारी का नाम काफी चर्चित है। शिनजियांग से 2500 किलोमीटर दूर रहने वाले इस अधिकारी ने नए साल पर ऐसी मुस्लिम-विरोधी पोस्ट की कि आम लोग सड़कों पर उतर आए और लोगों को भगाने के लिए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी।

हेफई में मस्जिद 1780 के दशक में सिल्क रूट के कारोबारियों ने स्थापित की थी। लेकिन पिछले 10 सालों में इलाके का तेजी से शहरीकरण हुआ है इसलिए मुसलमान इस मस्जिद को ऐसी जगह स्थानांतरित करवाना चाह रहे हैं जहां आवागमन की सुविधा हो।

पिछले साल नंवबर में नगर प्रशासन ने मस्जिद के लिए नई जगह चुनी। मस्जिद के निर्माण कार्य शुरू होने की घोषणा के साथ ही यहां के बहुसंख्यक हान समुदाय के चीनी नागरिक चीनी सोशल मीडिया वीबो पर इस फैसले का विरोध करने लगे।

विरोध करने वाले अलग-अलग तर्क दे रहे थे लेकिन कुछ लोग खुलकर लिख रहे थे कि वो अपने इलाके में हुई लोगों की मस्जिद नहीं चाहते।

एक चीनी ने एपी को भेजे पत्र में कहा है, “….ईद अल-अदहा (बकरीद) पर जो होता है उसके बारे में जो कहा जाए कम है। ये स्तब्ध कर देने वाला है।” चीनी नागरिक का इशारा इस मौके पर दी जाने वाली जानवरों की कुरबानी की तरफ है।

कुई जिजियान नाम के इस चीनी प्रोपेगैंडा अधिकारी के वीबो पर 30 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। जिजियान ने 16 दिसंबर को सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर मस्जिद का निर्माण नहीं रुकता है तो फिर सूअर का सिर और सूअर का खून कैसा रहेगा?

इसके बाद भी जिजियान ने कई मुस्लिम-विरोधी कमेंट किए। कुछ लोगों ने भले ही उसकी पोस्ट की आलोचना की लेकिन बड़ी संख्या में चीनी सोशल मीडिया यूजर्स उसके समर्थन में थे। और माना जा रहा है कि मस्जिद के मैदान में सूअर का सिर मिलना उसी टिप्पणी का नतीजा है।

शिनजियांग प्रांत में वीगर मुस्लिमों का चीनी प्रशासन द्वारा किया जाने वाला दमन एक लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में रहा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में एक धड़ा इस्लाम को खतरे के तौर पर देखने लगा है।

मैरीलैंड की फ्रोस्टबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी के चीन विशेषज्ञ मा हायून ने एपी से कहा कि चीनी के अंदरूनी इलाकों में जानबूझकर मुस्लिम-विरोधी विचारों को शह दी जा रही है ताकि शिनजियांग में किए जा रहे मुस्लिम-दमन को न्योयचित साबित किया जा सके।

कुई जिजियान ने इस साल फरवरी में एक पोस्ट लिखकर कहा कि चरमपंथ का विरोध करना उसका दायित्व है। जिजियान के अनुसार मुस्लिम-विरोधी भाषण उसके काम का हिस्सा हैं। जब एपी ने चीन के प्रोपेगैंडा कार्यालय से जिजियान के बारे में बातचीत करनी चाही तो उसे कोई जवाब नहीं मिला।