ब्रिटेन में मुसलमानों पर हमले में 500 गुना इज़ाफ़ा

पिछले महीने एरियाना ग्रांडे कॉन्सर्ट के दौरान हुए आतंकवादी हमले के बाद ग्रेटर मैनचेस्टर में इस्लामफ़ोबिक हमलों में 500 फीसदी से अधिक वृद्धि हुई है। आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि साल 2016 में इसी अवधि में 37 की तुलना में हमले के बाद मुस्लिम विरोधी नफरत के अपराधों की 224 रिपोर्टें थीं।

ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस (जीएमपी) ने इस्लामफ़ोबिक घटनाओं में 505 प्रतिशत वृद्धि का खुलासा किया। आंकड़ों के मुताबिक सोमवार के शुरुआती घंटों में फिंसबरी पार्क की मस्जिद हमले के बाद ब्रिटेन भर में पुलिस ने मुस्लिम समुदायों के लिए सुरक्षा में वृद्धि की।

जीएमपी के सहायक मुख्य कांस्टेबल रोब पॉट्स ने कहा, हाल के दिनों में इस क्षेत्र में नफरत वाले अपराध सामान्य स्तर पर वापस आये थे। उन्होंने कहा कि ग्रेटर मैनचेस्टर की आबादी में विभिन्न धर्मों और पृष्ठभूमि के लोग साथ रहते हैं जिस पर हमें गर्व है। हम किसी भी प्रकार की नफरत या भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

जीएमपी द्वारा जारी किए गए आंकड़े इस्लामोफोबिया सहित धार्मिक नफरत अपराधों में 22 लोगों की मौत हो गई और 220 अन्य घायल हो गए लेकिन सबसे अधिक वृद्धि मुस्लिम विरोधी नफरत की थी। लड़कियों के लिए मैनचेस्टर इस्लामिक हाई स्कूल में 14 वर्षीय एक छात्र को भी हमले के दिन के बाद निशाना बनाया गया।

स्कूल में ब्रिटिश लिबियन शिक्षक सोंडस मालेक ने कहा कि अधिकांश विद्यार्थियों ने गैर-मुसलमानों से बहुत समर्थन प्राप्त किया है। इस्लामफ़ोबिक अपराध को रिकॉर्ड करते हुए इस हफ्ते घटनाओं में विस्तृत वृद्धि की सूचना दी गई है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस का कहना है कि पिछले चार सालों में इस्लामोफोबिक हमलों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है।