तुर्क राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने इज़राइल पर बैतूल मुक़द्दस के इस्लामी पहचान को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया है। राष्ट्रपति एर्दोगन ने अंकारा में बुधवार को एक शैक्षिक सम्मेलन को ख़िताब करते हुए कहा कि बैतूल मुक़द्दस मामले पर हमसे किसी को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि हम इस पर चुप रहेंगे।
इजरायली विदेश मंत्रालय ने इसकी प्रतिक्रिया में तुरंत एक सख्त बयान जारी करते हुए तुर्की सरकार पर आरोप लगाया कि तुर्क सरकार उस्मानिया सलतनत जैसा व्यवहार कर रही है।
इजरायली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अम्मानुएल नहशोन ने कहा है कि यह आश्चर्यजनक है कि उत्तरी साइप्रस पर काबिज तुर्की सरकार इजराइल को लेक्चर दे रही है, जो कि क्षेत्र में एकमात्र वास्तविक लोकतंत्र है।
अधिकृत बैतूल मुक़द्दस में मुसलमानों के पहले क़िबला अव्वल अक्सा मस्जिद में इजराइल के सुरक्षा उपायों के प्रतिक्रिया में पिछले कई दिनों से सख्त तनाव पाई जा रही है। फिलीस्तीनी का इजरायली कदम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।
इज़राइल ने मस्जिद अक़सा के मेन द्वार से मेटल डिटेक्टर को मंगलवार को हटा दिया है, अब वह उनकी जगह नए क्लोज सर्किट कैमरे (सीसीटीसी) लगाना चाहता है। अमेरिकी ने इज़राइल के इस कदम का स्वागत क्या है। लेकिन फिलीस्तीनियों ने इज़राइल के इस कदम को भी खारिज कर दिया है, और उनका कहना है कि वह इज़राइल के ऐसे किसी सुरक्षा उपाय को कुबूल नहीं करेंगे।