इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू छह दिवसीय भारत दौरे पर हैं। नेतन्याहू का भारत दौरा उस वक़्त हुआ है जब उन्हें अपने बेटे के कारण शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि सोमवार को प्रधान मंत्री नेतन्याहू के 26 वर्षीय बेटे याइर नेतन्याहू का एक ऑडियो टेप सार्वजनिक हुआ था।
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जिसमें 26 वर्षीय याइर नेतन्याहू गैस टायकून कोबी मैमोन के बेटे ओरी से एक वेश्या पर खर्च करने के लिए पैसे उधार मांग रहे हैं। इस ऑडियो टेप में याइर कह रहे हैं कि ‘ब्रो मेरे पिता ने तुम्हारे लिए 20 अरब डॉलर का सौदा करवाया है और तुम मुझे 400 शेकेल उधार नहीं दे सकते?
नेतान्याहू के बेटे के यह ऑडियो सार्वजनिक होने के बाद इसराइल के विपक्षी नेताओं द्वारा लगातार प्रधानमंत्री नेतन्याहू से इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं। जिसके बाद इस पूरे मामले पर सफ़ाई देने के लिए नेतन्याहू को सामने आना पड़ा। सफाई में प्रधानमंत्री नेतान्याहू की तरफ बयान आया कि उनका कोबी मैमोन से कोई संबंध नहीं है और उन्हें अपने बेटों के संबंधों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी।
उधर न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एक लेख में लिखा है कि जिस शाम नेतन्याहू के बेटे की ऑडियो सार्वजनिक हुई उसी रात इसराइली एयरफ़ोर्स ने सीरियाई आर्मी ठिकानों पर हमला किया। न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि इस तरह के हमले में प्रधानमंत्री की संलिप्तता सीधी होती है। यह हमला नेतन्याहू के बेटे के टेप सार्वजनिक होने से उपजे विवाद से ध्यान हटाने के लिए था।
जिसके बाद इसराइल में नेतन्याहू के इस्तीफ़े की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। नेतन्याहू ने इसे अतार्किक क़रार देते हुए कहा कि इस्तीफ़े की मांग किसी अनियमितता के कारण नहीं है बल्कि लोगों को उनकी नीतियों से समस्या है।
वहीँ इसराइली मीडिया का कहना है कि जो व्यक्ति किसी अपराध में संदिग्ध है उसके हाथों इसराइल की कमान नहीं होनी चाहिए। देश को पूर्णकालिक प्रधानमंत्री चाहिए, ऐसा पीएम नहीं चाहिए जो अपना आधा वक़्त जांचकर्ताओं से पूछताछ में या बचाव पक्ष के वकीलों के साथ रणनीति पर काम करने में नष्ट करे।