मिस्र की सबसे बड़ी धार्मिक दर्सगाह जामिया अल अजहर के प्रमुख डॉ अहमद अल तैयब ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अधिकृत बैतूल मुक़द्दस को यहूदी राज्य की राजधानी करार देना बेहद खतरनाक कदम है, और इसके विनाशकारी परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने ट्रम्प के फैसले को रद्द करने के लिए विश्व इस्लामी सम्मेलन की भी मांग की है।
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शेख अल अजहर द्वारा जारी किए गए एक बयान में बैतूल मुकद्दस के मामले के लिए विश्व इस्लामी सम्मेलन बुलाने की मांग की है, और कहा है कि अमेरिकी सरकार का निर्णय पीड़ित फिलीस्तीनी राष्ट्र के मौलिक अधिकारों और अरब देशों के मांगों, बैतूल मुक़द्दस की इस्लामी पहचान के खिलाफ खुला षड़यन्त्र है। बैतूल मुक़द्दस इस्लामी दुनियां की पहचान है, जिसमें मुसलमानों का तीसरा हरम और पहला क़िबला मस्जिदे अक्सा स्थित है।
अमेरिका ने यरूशलेम के बारे में विवादित फैसला देकर 1.5 अरब मुसलमानों की भावनाओं को नजरअंदाज कर दिया। मुसलमान मिसरा रसूल सल्लाहू अलैहे वसल्लम और करोड़ों अरब ईसाई अपनी पूजा स्थलों की बदौलत बैतूल मुक़द्दस को हमेशा अपने सीने में बसाए रखेंगे।
शेख अजहर ने कहा कि बैतूल मुक़द्दस अधिकृत क्षेत्र है और उसकी पहचान केवल फिलीस्तीन और अरब दुनिया से जुड़ा हुआ है। दुनिया की न्यायप्रिय और बुद्धिजीवी इस महत्वपूर्ण मुद्दे के समाधान पर ध्यान दें ताकि करोड़ों मुसलमान और लाखों फिलीस्तीनी अपने पवित्र स्थान से वंचित न हो सकें।