जामिया: इफ्तार पार्टी में RSS नेता ने विवादित बयान, कहा- मीट खाना छोड़ दें मुसलमान

जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में सोमवार को आरएसएस ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। लेकिन इसी बीच यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इस कार्यक्रम का जमकर विरोध किया। पूरे कैंपस को पुलिस से भर दिया गया और आरएसएस की तरफ से कई विवादित बयान दिए गए।

दरअसल, इस पार्टी को आरएसएस की मुस्लिम बिंग मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने रखा था और कहा गया था कि इफ्तार पार्टी में गाय के दूध से रोजा खोला जाएगा।

लेकिन यहां मामला तब और गरमा गया जब इफ्तार पार्टी में शामिल हुए अजमेर ब्लास्ट के पूर्व अभियुक्त इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिमों को मांस खाने के बजाए अपने घरों में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए।

इंद्रेश कुमार ने कहा, “पैगंबर अब्राहम के मुताबिक सभी को मीट खाने से बचना चाहिए। जो लोग मीट खाते हैं, हत्या करते हैं या इसे बेचते हैं वे बीमारी को बुलावा देते हैं।”

इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय मुसलमानों को अपने घरों में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए ताकि वे इसे रोज देखकर मरने के बाद जन्नत पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब मांस खाने से घृणा करते थे, लेकिन उनको दूध से प्यार था। वो खुद कहते थे कि मांस खाना बीमारी हैं।

लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के दौरान खास बात यह देखने को मिली कि जब इंद्रेश बो रहे थे ठीक उसकी समय इफ्तार पार्टी में आए लोगों को चिकन बिरयानी परोसी जा रही थी।

वहीं, दूसरी तरफ कैंपस के बाहर विरोध करने वाले छात्रों ने जमकर हंगामा किया। कई बार पुलिस और छात्रों के बीच झड़प भी हुई। कई छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें उस दौरान हिरासत में ले लिया था।

इंद्रेश कुमार विरोध करने वाले छात्रों से जाते-जाते कह गए कि हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान इनको माफ कर दे और जन्नत दे। इसके बाद उन्होंने एक और विवादित बयान जोड़ दिया कि विरोध करने वाले छात्रों को घोषणा करनी चाहिए था कि उनको पत्थर, बंदूकें या पाकिस्तान का झंडा नहीं बल्कि भारत का झंडा चाहिए।