जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाया

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के चांसलर और मणिपुर के गवर्नर डॉक्टर नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि जिस दौर में जामिया मुश्किल हालात से दो चार था उस समय महात्मा गाँधी ने कहा था कि जामिया को बचाने के लिए अगर मुझे का उठाकर गदाई भी करनी पड़ी तो उससे गुरेज़ नहीं करूंगा।

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यही वजह है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की अबतक की सभी सेवाएँ अलग और कभी न समाप्त होने वली हैं। उसके संस्थापकों ने ब्रिटिश सरकारों के खिलाफ आज़ादी का बिगुल बजाकर उनकी नींदें हराम कर दी थीं।

महात्मा गाँधी, पंडित जवाहरलाल नेहरु, सरोजनी नायडू,. रवीन्द्रनाथ टैगोर और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जैसी कितनी ही महान हस्तियों ने जामिया को एक राष्ट्रीय संस्था बनाने के लिए कोशिशें कीं। हम उन सभी हस्तियों को सलाम करते हैं।