जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के मास कम्यूनिकेशन के चार छात्रों ने हरियाणा के बल्लभगढ़ में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए मुस्लिम युवक जुनैद पर आधारित एक डॉक्युमेंट्री तैयार की है।
इस डॉक्युमेंट्री में 16 वर्षीय जुनैद की हत्या के पीछे की उस मानसिकता को उज़ागर किया गया है जिसे अब तक लोगों के सामने नहीं रखा गया था। इस डॉक्युमेंट्री को जामिया के चार छात्रों रज़ा अंसारी, सारा रिफाई, मेहताब शाह और दाऊद आरिफ ने बनाया है। इस फ़िल्म की स्क्रीनिंग का आयोजन 8 अक्टूबर को 3:30 बजे स्ट्रीट नंबर 1 गफ़्फ़र मंजिल, ओखला में किया जाएगा।
बता दें कि जुनैद को ईद के ठीक एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के बल्लभगढ़ के पास असावती में असामाजिक तत्वों ने चलती ट्रेन में मौत के घाट उतार दिया था।
फ़िल्मकार दाऊद आरिफ़ ने बताया कि देश में जिस प्रकार से भीड़ द्वारा लोगों की हत्या की जा रही है इसके पीछे की वजह को समाज के सामने लाने की उन्होंने ने एक छोटी सी कोशिश की है।
डॉक्युमेंट्री की पूरी टीम ने बताया कि उन्हें फ़िल्म के दौरान बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। महताब आलम ने बताया कि लोग इस मुद्दे पर बात तक करने से डरते हैं।
उन्होंने कहा कि जुनैद के गांव में लोगों से पूछने पर पता चला कि यहां के लोग सब कुछ जान कर भी मीडिया या किसी अनजान व्यक्ति से इस मुद्दे पर खुल कर बात नहीं करते।