नई दिल्ली-अलवर में गौरक्षकों की गुंडागर्दी के खिलाफ़ मिल्लिया इस्लामिया के स्टूडेंट्स सड़कों पर उतरे। स्टूडेंट्स ने पहलू खान की हत्या के लिए गौरक्षकों को ज़िम्मेदार ठहराया और प्रदर्शन किया ।
लेफ़्ट संगठन आइसा की सदस्य अंबर फ़ातमी ने बताया कि गौरक्षक आदमखोर हो चुके हैं, देश में इंसान की ज़िन्दगी का मोल खत्म होता जा रहा है और गौ रक्षा के नाम पर सत्ता के पूरे समर्थन के साथ एक खास धर्म से सम्बंधित लोगों पर सुनियोजित हमला किया जा रहा है।
अंबर फातिमा ने कहाकि कि समप्रदयिक ताक़तों के ख़िलाफ़ हमें एक लड़ाई लड़नी होगी । इस आतंक से जामिया भी अछूता नहीं रह सकता है। देश में दहशत के इस माहौल में हम दक्षिणपंथी और गोडसे के समर्थक को यह दिखाना चाहते हैं कि जामिया के छात्र लोकतंत्र को खड़ा करने के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे चुप्पी का जैसा भी मौसम चले।
राजस्थान के अलवर जिले में गौरक्षकों ने गौतस्कर का आरोप लगाकर पहलू खान उनके साथियों पर हमला कर दिया था, हमले में गंभीर रूप से घाल पहलू खान की मौत हो गई थी। पहलू खान की हत्या का पूरे देश में विरोध हो रहा था। लोगों ने सोशल मीडिया पर भी गौरक्षकों के खिलाफ़ जमकर गुस्सा निकाला था