कश्मीर मसले पर सरकार हुर्रियत नेताओं से नहीं होनी चाहिए बात- गवर्नर सत्यपाल मलिक

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आज (25 अक्टूबर) घाटी के अलगाववादी हुर्रियत नेताओं पर जमकर हमला बोला है। सत्यपाल मलिक ने जम्मू-कश्मीर को अलग करने की मांग करने वाले नेताओं का संबंध पाकिस्तान से होने की बात कही। उन्होंने कहा हुर्रियत नेता तो बिना पाकिस्तान से पूछे टॉइलट तक नहीं जाते हैं।

अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से बात करने के संबंध में उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि, जब हुर्रियत नेता पाकिस्तान को इस मामले से अलग नहीं रखेंगे तब तक उनके साथ कोई बातचीत नहीं होगी। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में निकाय चुनाव संपन्न हुए हैं और राज्य में जल्द विधानसभा चुनाव कराने की मांग की जा रही है। लेकिन राज्यपाल अभी इसके पक्ष में नहीं हैं।

मलिक ने कहा है कि जून में पीडीपी-बीजेपी की सरकार गिरने के बाद उन्हें नहीं लगता कि वर्तमान हालात में राज्य में एक लोकप्रिय सरकार बन सकती है। बता दें कि, जून में पीडीपी-बीजेपी की सरकार गिरने के बाद से राज्य में सरकार गठन की अटकलें लगने लगी थीं। इसपर बोलते हुए मलिक ने कहा कि इनसब में मै शामिल नहीं हूं।

पिछले दिनों मलिक ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था कि वह ऐसी किसी भी कवायद का हिस्सा नहीं हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या अभी घाटी के जो हालात है उसमें कोई लोकप्रिय सरकार बन सकती है? उन्होंने कहा मेेरे हिसाब से अभी राज्य में लोकप्रिय सरकार नहीं आ सकती ऐसा मेरा मानना है।

कम से कम मैं किसी भी धांधली का हिस्सा नहीं बनूंगा। मुझे प्रधानमंत्री या फिर किसी अन्य केंद्रीय नेता से इस संबंध में कोई संकेत नहीं मिले हैं।

उधर, आज यानी गुरुवार को राज्यपाल ने कहा कि मेरी इच्छा है की प्रदेश में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव हों। इसके लिए मैने विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी।

जहां तक अलगाववादी हुर्रियत नेताओं की बात है तो मैने उनसे बात नहीं की क्योंकि वह तो पाकिस्तान से पूछे बिना टॉइलट भी नहीं जाते हैं। जबतक वे पाकिस्तान को अलग नहीं रखेंगे उनके साथ बातचीत नहीं होगी।’