कठुआ गैंगरेप केस: एक आठ वर्षीय बच्ची को कैसे क्रूरता से बलात्कार कर मार दिया गया?

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की मासूम से हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने आठ लोगों को आरोपी माना है। जिनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है। 13 जनवरी को कठुआ के रसना गांव से आठ साल की बच्ची का पहले अपहरण किया फिर कई दिन तक उसे नशीली दवाएं खिलाकर उसके साथ रेप किया और फिर बर्बरता से उसकी हत्या कर दी। इस केस में 15 साल के नाबालिग से लेकर 62 साल के आदमी तक आरोपी हैं।

पहला आरोपी : मासूम के साथ रेप करने वाला पहला आरोपी 15 साल का एक नाबालिग लड़का है जिसने अपने दोस्त के साथ मिलकर मासूम का अपहरण किया फिर उसके रेप किया और फिर उसे मंदिर ले गए। और वहां कही दिनों तक बच्ची को नशीली दवाएं खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

दूसरा आरोपी : इसका केस का दूसरा आरोपी है 62 साल का सांजी राम, साजी राम को इस पूरे केस का मास्टमाइंड बाताया जा रहा है। खबरों की मानें तो सांजी राम ने अपने भतीजे (15 साल का नाबालिग आरोपी) को इसके लिए उकसाया था।

तीसरा आरोपी : बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का तीसरा आरोपी है स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजुरिया। दीपक वही आरोपी है जिसने बच्ची को मारने से पहले एक बार रेप करने की इच्छा जाहिर की थी और उसके बाद कुछ दिन बंधक बनाकर बच्ची को मार दिया था।

चौथा आरोपी : चौथा आरोपी है स्पेशल पुलिस ऑफिसर सुरिंदर कुमार। चश्मदीदों ने उसे घटना वाली जगह देखा था। कॉल डेटा रिकॉर्ड में भी उनकी मौजूदगी सामने आई।

पांचवा आरोपी : पांचवा आरोपी है 15 साल के नाबालिग का दोस्त, जिसने नाबालिक के साथ मिलकर बच्ची को किडनैप किया था और उसे बंधक बनाकर उसका रेप किया था।

छठा आरोपी : विशाल जंगोत्रा इस मामले का छठा आरोपी है। विशाल, पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड बताए जा रहे सांजी राम का बेटा है। विशाल वही आरोपी है जो मेरठ रहता है उसे कॉल करके मेरठ से बुलाया गया था।

इन 6 आरोपियों के अलावा दो अन्य पुलिकर्मियों को मामले की जानकारी होने और रिश्वत लेकर इसे रफा-दफा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। चार्जशीट के अनुसार एसआई आनंद दत्ता और हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज ने सबूत नहीं जुटाए और बच्ची के कपड़े धोकर आरोपियों की मदद करने की कोशिश की।