जमशेदपुर: बच्चा चोरी का आरोप लगा हिंसक भीड़ ने पुलिस जीप से खींचकर की एक और व्यक्ति की हत्या

भाजपा शासित झारखंड़ में बच्चा चोरी के आरोप लगा हत्या किए जाने की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। इसी कड़ी में जमशेदपुर में एक हत्या का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां भीड़ ने पुलिस के सामने एक व्यक्ति की हत्या कर दी। खबरों के मुताबिक, भीड़ ने सबसे पहले गौतम वर्मा को पुलिस की जीप से बाहर निकाला और फिर उसकी हत्या कर दी।

मृतक के भाई उत्तम वर्मा का कहना है कि सबसे पहले उसके भाई को पुलिस जीप से निकाला गया और उसके बाद इसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उत्तम ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ टाटा मेन अस्पताल की दूसरी मंजिल पर था जब उसके भाइयों समेत सात लोगों को उग्र भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया।

रांची की घटनाओं की तरह यहां भी भीड़ ने उन पर बच्चे चोरी करने के आरोप लगाकर हमला किया। उत्तम ने बताया कि कि उन्होंने हाल ही में टॉयलेट्स बनाने का कारोबार शुरू किया था और वे आस-पास के इलाकों में अवेरनेस प्रोग्राम चला रहे थे। जमशेदपुर वापिस लौटते समय उन पर यह हमला किया था।

उत्तम ने कहा- “हमें गोरदीह गांव के पास सड़क के किनारे भीड़ ने रोक लिया। हमें रोकने के बाद वे हमसे सवाल पूछने लगे। और फिर उन्होंने आरोप लगाया कि हम बच्चों को अगवा कर रहे थे। उनके पास तलवारें और कई हथियार थे।”

इसके बाद उन्होंने कहा, “पुलिस के आने के बाद हमने थोड़ा सुरक्षित महसूस किया। मेरे भाई गौतम पुलिस जीप के पास पहुंचे। लेकिन इतने में ही भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। मैंने अपने भाई को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा।”

उत्तम ने दावा किया कि यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ। उन्होंने कहा- “हम चाहते हैं कि इस मामले में इंसाफ हो। हत्यारों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।” हालांकि  राज्य सरकार ने मारे गए लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है लेकिन उनके परिजनों ने उसे लेने से इंकार कर दिया है।