जंतर-मंतर पहुंचे किसानों ने की ‘किसान मुक्ति संसद’, सरकार पर उठाये सवाल

मध्यप्रदेश: मंदसौर से चली किसान मुक्ति यात्रा देश के 6 राज्यों से होते हुए 13 दिनों बाद दिल्ली पहुंच गई है।
देश भर से दिल्ली पहुंचे किसानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान संसद का आयोजन किया गया।

‘किसान मुक्ति संसद ‘ बीती ६ जुलाई को शुरु हुई ‘किसान मुक्ति यात्रा ‘ के समापन के मौके पर आयोजित की गई। इसके साथ ही यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो गया है जिसे 150 से अधिक किसान संगठनों का समर्थन हासिल है।

जोकि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा होते हुए राष्ट्रीय राजधानी पहुंची। मध्य प्रदेश व अन्य जगहों से प्रदर्शन करने पहुंचे किसानों को तमिलनाडु के किसान नेता अय्याकन्नू के नेतृत्व में उनके राज्य के किसानों ने भी समर्थन दिया।

इसमें राजू शेट्टी, धर्मवीर गांधी, तपन कुमार सेन, शरद यादव, अली अनवर, मोहम्मद सलीम, सीताराम येचुरी, अरविंद सावंत जैसे कई सांसद भी शामिल रहे।

किसानों के बच्चों ने बैनर और नारों के जरिये मारे गए किसान पिता का कारण पूछते हुए सरकार से सवाल भी किया। इन बच्चों में से एक अशोक पाटिल ने कहा, ‘मुझे दुख है क्योंकि मेरे पिता ने आत्महत्या की है लेकिन मैं इस देश के सभी किसानों को बताना चाहता हूँ कि आत्महत्या के विकल्प को छोड़कर हमें अपने अधिकारों के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा।
किसान मुक्ति संसद में दो मुख्य मांगे रखी गई. पहली, फसल का पूरा दाम मिले और दूसरी, किसानों को पूर्णरूप से कर्जमुक्त किया जाए।