झारखंड : ईसाई धर्म प्रचारकों की टीम को बंधक बनाया

ईसाई धर्म का प्रचार करने पहुंची 25 सदस्यीय टीम को शिकारीपाड़ा के फुलपहाड़ी गांव के लोगों ने गुरुवार रातभर बंधक बनाकर रखा। शुक्रवार सुबह पुलिस ने ग्रामीणों के कब्जे से मुक्त कराकर हिरासत में ले लिया।

फुलपहाड़ी गांव के प्रधान रमेश हेम्ब्रम ने ईसाई धर्म प्रचारकों पर कानूनी कार्रवाई के लिए शिकारीपाड़ा थाने में लिखित बयान दिया है। पहले भी ये लोग गांव में धर्मांतरण की कोशिश कर चुके हैं।

धर्म प्रचारकों को मुक्त कराकर पुलिस हिरासत में रखा गया गया है। दुमका के एसपी किशोर कौशल ने मामले की जांच के लिए डीएसपी को शिकारीपाड़ा भेजा है। बताया कि जबरन धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत मिली है।

फुलपहाड़ी में पकड़े गए 25 धर्म प्रचारकों की टीम में 14 पुरुष और 11 महिलाएं हैं। इनमें पांच नाबालिग हैं। प्रचारकों की टीम में प.बंगाल के रामपुरहाट और सिउड़ी के साथ ही शिकारीपाड़ा के स्थानीय लोग भी हैं।

थाने में ईसाई धर्म प्रचारकों के समर्थन में कई पादरी पहुंचे, जो केरल राज्य के हैं। ईसाई धर्म प्रचारकों का कहना है कि उन्होंने जबरन धर्मांतरण का प्रयास नहीं किया। केवल ईसाई धर्म और यीशु का प्रचार करने गांव पहुंचे थे लेकिन उन्हें गांव वालों ने रोक लिया।