‘आईएसआईएस का जिहादी जॉन हमारा अच्छा दोस्त था’

आईएसआईएस से जुड़े दो सदस्य जिनको बीटल्स के नाम से जाना जाता था, ने जिहादी जॉन को उनके ‘दोस्त’ के रूप में वर्णित किया था। इनके नाम 34 वर्षीय शफी अल शेख और एलेक्सांडा कोटे हैं जिनको जनवरी में पकड़ा गया था।

लंदन में जन्मे पूर्व ड्रग डीलर कोटी, जिनकी पत्नी और दो बच्चे यूके में रहते हैं, ने कहा कि उन्हें पता था कि उनके कथित सहयोगी मोहम्मद इमाजी को “जिदाही जॉन” के नाम से जाना गया था। लेकिन मुस्कुराते हुए संदिग्ध आतंकवादी ने कहा कि वह मेरा मित्र है।

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2015 में एक ड्रोन हमले में मारे गए इमाजी, डेविड हेन्स और एलन हेनिंग के बाद जिहादी जॉन आतंकवादी कोटे के आईएसआईएस के वंचित अभियान का चेहरा बन गया। उसने कहा कि जिहादी जॉन को अलग-अलग याद रखना चुना जबकि अलशेख से ‘पुष्टि’ नहीं हुई उसकी ब्रिटिश नागरिकता को ख़त्म कर दिया गया था।

सहायक कार्यकर्ता डेविड हेन्स को पकड़ा गया और मार दिया गया था। जिहादी जॉन द्वारा एलन हेनिंग की भी क्रूरता से हत्या कर दी गई थी। उन्होंने अमेरिकी पत्रकार जेम्स फॉली की भी हत्या की थी।

उन्होंने बीबीसी के क्वांटिन सोमरविले को बताया कि मैंने नकारात्मक तरीके से उनसे बात नहीं करने की बात कही।

अल शफी शेख ने कानूनी कारणों से आईएसआईएस में अपनी भूमिका पर विस्तार से बात करने से इंकार कर दिया लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यह ‘पुष्टि’ नहीं है कि उन्होंने अपनी ब्रिटिश नागरिकता खो दी है।

आईएसआईएस के चंगुल से बचकर भागी एक यजीदी किशोरी निहद बरकत ने 2016 में जिहादी जॉन का खौफनाक आतंकी चेहरा दुनिया के सामने खोला था।