अफगानिस्तान और पाकिस्तान के कट्टरपंथियों द्वारा चलाई जा रही एक जिहादी पत्रिका ने नया मोर्चा खोला है। पाकिस्तानी तालिबान ने मंगलवार को महिलाओं के लिए एक पत्रिका का उद्घाटन किया। इसका मकसद औरतों को भी जेहाद के लिए प्रेरित करना है।
इसका नाम ‘सुन्नत-ए-खौला’ रखा गया है। इसका मतलब होता है खौला के रास्ते पर चलना। खौला पैगम्बर मुहम्मद की शिष्या थीं। डेली-ओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पत्रिका को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने प्रकाशित किया है।
इस पत्रिका के कवर पेज पर एक महिला की तस्वीर लगाई गई है। साथ ही इस पत्रिका में एक इंटरव्यू को भी प्रकाशित किया गया है।
‘आजकल हर जगह कम उम्र में शादी करने को लेकर हो हल्ला मचा हुआ है। हमें समझना होगा कि अगर लड़का और लड़की ज्यादा दिनों तक अविवाहित रहती है तो समाज में प्रदूषण फैलता है। हम चाहते हैं कि महिलाएं भी सामने आएं और मुजाहिदीन बनें।’
पाकिस्तान में तालिबान इसे उर्दू और अंग्रेजी में प्रकाशन कर रहता है। युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया साइट्स का भी खूब इस्तेमाल किया है।