जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को एक ओपन लेटर लिखा है। लेटर कैदियों को लेकर है। इसमें पाकिस्तान की जेल में बंद नेवी अधिकारी कुलभूषण यादव का भी जिक्र है। मलिक ने कहा कि 28 दिसंबर को संसद में विदेश मंत्री ने यादव के परिवार के साथ पाकिस्तान में जो सलूक किया गया, उस पर भाषण दिया और उस भाषण ने उनके दिल को छूआ है। मलिक ने कहा कि यादव की मां और पत्नी को उस समय किस स्थिति से गुजरना पड़ा होगा, इसे वो महसूस कर सकते हैं।
मलिक चिट्ठी में लिखा है कि पाकिस्तानको एक कैदी के अधिकारों का स्म्मान करना चाहिए। पत्र में आगे लिखा है, यह स्थिति मुझे यह कहने की अनुमति देती है कि पाकिस्तान को कैदियों के अधिकारों का पता होना चाहिए और इस मामले में सबूतों और स्थिति के आधार पर निष्पक्ष ट्रायल होना चाहिए। मलिक ने यह भी लिखा है कि इस मामले में भारत की भूमिका भी सही नहीं है। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने यादव को जासूसी के जुर्म में पकड़ा है और उसे फांसी की सजा दी है। जबकि भारत का कहना है कि यादव बिजनेस करते हैं और उन्हें ईरान से अपहरण किया गया है। भारत ने यादव के मामले की सुनवाई के लिए इंटरनेशन कोर्ट में भी अपील की है।