नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय द्वारा तीन छात्रों को निष्कासित किए जाने और छात्र संघ नेता कन्हैया कुमार पर जुर्माना लगाए जाने का मुद्दा आज राज्यसभा में उठाते हुए वाम दलों ने इसे प्रतिशोधात्मक कार्रवाई करार दिया।
उच्च सदन में माकपा के तपन कुमार सेन ने कहा कि उन्होंने जेएनयू प्राधिकारियों की ‘‘अहंकारपूर्ण और अलोकतांत्रिक’’ कार्रवाई के गंभीर मुद्दे पर चर्चा करने के उद्देश्य से कार्यवाही निलंबित करने के लिए नियम 267 के तहत एक नोटिस दिया है।
सेन ने कहा कि जेएनयू प्रशासन ने फरवरी के घटनाक्रम के सिलसिले में तीन छात्रों .. उमर खालिद को एक सेमेस्टर के लिए, अनिर्वाण भट्टाचार्य को 15 जुलाई तक और कश्मीरी छात्र मुजीब गट्टू को दो सेमेस्टर के लिए निलंबित कर दिया और छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर 10,000 रूपये का जुर्माना लगाया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह गलत और प्रतिशोधात्मक है।
उन्होंने सरकार पर नागरिकों के अधिकारों के हनन का आरोप लगाया और कहा कि संविधान के नाम पर संविधान के साथ ही छेड़छाड़ की जा रही है।
(भाषा)