नई दिल्ली : जेएनयू से गायब छात्र नजीब अहमद के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आज एक युवक को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से गिरफ़्तार किया है |
पुलिस के मुताबिक़ जिस आदमी को गिरफ्तार किया गया है वह कथित तौर पर नजीब के परिवार को फोन कर उसकी रिहाई के लिए 20 लाख रुपए की मांग कर रहा था| पुलिस ने बताया कि ये फिरौती कॉल कुछ दिन पहले मिली थी जिसके बाद आरोपी को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से गिरफ्तार किया |
पुलिस के मुताबिक़ सर्विलांस की मदद से क्राइम ब्रांच के तीन इंस्पेक्टर सहित 35 पुलिस कर्मियों की एक टीम ने महाराजगंज में छापा मारा था | दिल्ली पुलिस की टीम ने कोतवाली पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर छापे के बाद आरोपी शमीम को हिरासत में लिया है| पुलिस ने बताया कि उसके पास से पांच सिम कार्ड और एक नकली आई कार्ड भी बरामद हुआ है | गिरफ़्तारी के बाद शमीम को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसके बाद अदालत ने उसे दिल्ली पुलिस की रिमांड में भेज दिया है |पुलिस का दावा है कि शमीम से पूछताछ में पता चला है कि वह कथित तौर पर 2015 में लोहिया नगर से एक बारहवीं कक्षा के छात्र की हत्या में भी शामिल था |
इस बारे में नजीब की मां फातिमा नफीस ने कहा कि मुझे इस फिरौती कॉल के बारे में कुछ पता नहीं है और मुझे इस तरह का कोई भी फ़ोन नहीं आया है | उन्होंने कहा कि अगर मेरे हसबैंड को इस तरह का कोई फ़ोन आता वो मुझे ज़रूर बताते| उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में मिडिया से ही मालूम हुआ है और मैं ये सब सुनकर हैरान हूँ | नजीब की कज़िन सदफ़ मुशर्रफ़ ने भी कहा कि हमें इस तरह का कोई फोन नहीं आया है |
गौरतलब है कि जेएनयू से एमएससी बायॉटेक्नॉलजी फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट नजीब का एबीवीपी के कुछ छात्रों के साथ झगड़ा हुआ था | जिसके बाद 15 अक्टूबर 2016 को नजीब लापता हो गया था | जिसके बाद नजीब की बरामदगी की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है | लेकिन नजीब का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है |