राजस्थान: जमीन अधिग्रहण का विरोध करने वाले 15 किसान न्यायिक हिरासत में

जयपुर: जयपुर में जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे 15 किसानों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने कल इन किसानों को कथित रूप से सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने पर गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस के अनुसार किसानों के आंदोलन के दौरान जयपुर से नींदड गांव को जोडने वाली सडक को नुकसान पहुंचाने के लिये नींदड बचाओं संघर्ष समिति के समन्वयक नागेन्द्र सिंह और चार अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की उपयुक्त धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस उपायुक्त पश्चिम अशोक गुप्ता ने बताया कि जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से दर्ज शिकायत के आधार पर सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुचाने की धारा 3 और भारतीय दंड संहिता की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि पत्थरबाजी की घटना के बाद 10 अन्य किसानों के विरूद्य कल मामला दर्ज किया गया था। इन दोनों मामलों में 15 किसानों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किये गये 15 किसानों में से 10 किसानों को भारतीय दंड संहिता की धारा 151 शांति भंग के तहत गिरफ्तार किया गया। सभी को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

हाल ही में नींदड गांव में कृषि भूमि के अधिग्रहण को लेकर किसानों ने 30 दिन तक जमीन समाधी जमीन में गड्डा बनाकर उसमें खडे होकर लेकर आंदोलन किया था। गत 31 अक्टूबर को जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से जमीन अधिग्रहण पर नये सिरे से सर्वे का लिखित आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने आंदोलन समाप्त कर दिया था।