कैराना लोकसभा उपचुनाव के बदलते समीकरणों के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को शिकस्त देने के मकसद से राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी तबस्सुम के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे उनके देवर कंवर हसन ने अपना नाम वापस ले लिया।
हालांकि, आरएलडी के फॉर्म्युले पर लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने सवाल खड़े कर दिए हैं। सुनील सिंह का कहना है कि चुनावी मैदान से हटने के एवज में कंवर हसन ने 8 करोड़ रुपये लिए हैं।
सुनील सिंह ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि चुनावी मैदान से हटने के एवज में 8 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है। यही नहीं, उन्होंने इसकी इनकम टैक्स और सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम के विपक्ष में उनके देवर कंवर हसन निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे।
ऐसे में बीजेपी को एक राहत यह थी कि कंवर हसन गठबंधन के वोट काटेंगे और इससे बीजेपी को फायदा होगा। कंवर के पिता यहां से चेयरमैन भी हैं। यहां पर कंवर को 20 से 30 हजार के आसपास वोट मिलने की उम्मीद थी, यह वोट मुस्लिम वोट माना जा रहा था। आरएलडी नेता जयंत चौधरी गुरुवार को कंवर हसन के घर पहुंचे। बातचीत के बाद सभी ने एक सुर में तबस्सुम को समर्थन देने की बात कही।