उत्तर प्रदेश की कैराना-नूरपुर सहित देश भर में 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में मतदान जारी है। कई जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही है। कैराना सीट से राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दलित मुस्लिम इलाकों में ईवीएम को खराब कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कैराना उपचुनाव में प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहा है, जिसके चलते कई इलाकों में मशीनों को खराब कर दिया गया है। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। सपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कैराना और नूरपुर में हार के डर से भारतीय जनता पार्टी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ कर रही है। सपा ने चुनाव आयोग से चुनाव रद्द करने की मांग भी की है।
आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम ने आरोप लगाया कि हमारी जीत का अंतर कम करने के लिए यह साजिश की जा रही है। इन इलाकों को छोड़कर बाकी जगहों पर ईवीएम सामान्य रूप से काम कर रही है।
बता दें कि तबस्सुम हसन द्वारा चुनाव आयोग में की गई शिकायत में कैराना लोकसभा क्षेत्र में आने वाले गंगोह, नकुड़ और शामली विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्थलों पर ईवीएम में गड़बड़ी होने की शिकायत की गई है। यह क्षेत्र मुस्लिम और दलित बहुल माने जाते हैं।
वहीं भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह ने कहा कि सभी जगह पर शांति से चुनाव चल रहा है। उन्होंने कहा का कैराना में कई जगहों पर ईवीएम खराब होने की शिकायत मिल रही है न की किसी खास जगह की। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर ईवीएम में गड़बड़ी होने की शिकायत की।
उन्होंने कहा कि हजारों ईवीएम में खराबी की शिकायतें आ रही हैं। किसान, मजदूर, महिलाएं और नौजवान भरी धूप में वोट डालने के लिए अपनी बारी के इंतजार में भूखे-प्यासे खड़े हैं। ये तकनीकी खराबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साजिश।
इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जाएगी। समाजवादी पार्टी नेता राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नूरपूर में 140 ईवीएम खराब हैं क्योंकि उनके साथ छेड़छाड़ की गई है, ऐसी ही खबर कैराना से भी आई है। बीजेपी फूलपूर और गोरखपुर का बदला लेना चाहती है इसलिए वे हमें किसी भी कीमत पर हराना चाहते हैं।