बीते दिनों दिल्ली के कालकाजी इलाके में भैंस लेकर जा रहे तीन मुस्लिम युवकों के मारने के आरोप में पुलिस ने शशांक शर्मा नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है।
ख़बर के मुताबिक, शशांक शर्मा रोहिणी का रहने वाला है और पीपल फॉर एनिमल (पीएफए) नामक संगठन का सदस्य है। डीसीपी (पूर्व दिल्ली) ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
पीड़ित युवकों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने कहा कि हमलावरों की गाड़ी पर पीएफए का स्टीकर लगा हुआ था।
हालाँकि पीएफए के पदाधिकारी गौरव गुप्त ने दावा किया है कि हमला करने वालों का पीएफए से कोई सम्बन्ध नहीं है, बल्कि वह किसी गौरक्षक दल से जुड़े हुए हैं।
पीएफए के पदाधिकारी गौरव गुप्त ने दावा किया था कि तीन लोग एक ट्रक में अवैध रूप से भैंस ले जा रहे थे।
पीएफए न्यासी गौरी मौलखी ने कहा कि एनजीओ ने वाहनों के लिए स्टिकर जारी नहीं किए और इसके लिए उनकी संस्था को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
वहीँ इस घटना के बाद पीएफए ने अपनी वेबसाइट से गौरव गुप्ता और उनके भाई सौरभ गुप्ता का नाम भी हटा दिया है जिन्हें संगठन के दिल्ली इकाई का सदस्य बताया गया था। संगठन की वेबसाइट के अनुसार केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी इसकी अध्यक्ष हैं।
पकड़ा गया ट्रक हरियाणा के पटौदी से पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में भैंसों को ले जा रहा था, जहां एक वैध बूचड़खाना मौजूद है।
पुलिस ने कहा कि दोनो पक्षों के एफआईआर दर्ज की गई हैं। डीसीपी (दक्षिण पूर्व) रोमिल बानिया ने बताया कि पीड़ितों की पहचान रिजवान (25) और कामिल (25) और आशु (28) के तौर पर की गई है।
पुलिस ने पीएफए के सदस्यों की शिकायत के आधार पर पीड़ितों के खिलाफ आईपीसी सेक्शन 429 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि चालक की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 और 341 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
फिलहाल जानवरों और वाहन को जब्त कर लिया गया है।