कोप्पा के सरकारी कॉलेज में क्लासरूम के अंदर बुर्का पहनने की अनुमति दिए जाने के बाद कुछ छात्राओं ने भगवा स्कार्फ पहनकर प्रदर्शन किया। इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि मुद्दे को हल कर लिया गया है।
कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, छात्र-छात्राएं कॉलेज यूनिफॉर्म में ही कक्षा में उपस्थित होंगे। बता दें कि प्रदर्शन करनेवाले छात्र-छात्राओं में ज्यादातर एबीवीपी के समर्थक शामिल थे।
इस घटना के बाद कॉलेज परिसर में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया था। इन सबके इतर ऐसे ही एक और मामले में एकमत होते हुए मंगलुरु के सेंट एग्नेस कॉलेज में भी यही फैसला किया गया।
दरअसल, यहां पर छात्राओं की मांग थी कि उन्हें क्लास में हिजाब पहनने की अनुमति दी जाए। इस पर प्रबंधन ने छात्राओं को हिजाब क्लासरूम के बाहर छोड़ने के निर्देश दिए।
कॉलेज प्रिंसिपल एस अनंत ने कहा, ‘छात्राओं को क्लास में प्रवेश करने से पहले अपना बुर्का वेटिंग रूम में रखना होगा। जब वह कॉलेज से वापस लौटें तब वह उसे ले सकती हैं।
इस प्रणाली को बहुत पहले पेश कर दिया गया था लेकिन हमने इस पर बुधवार से जोर दिया। सभी छात्राओं ने इस बात पर सहमति जताई है। सूत्रों के मुताबिक, वर्ष 2017-18 तक मुस्लिम छात्राओं को कॉलेज के वेटिंग रूम तक बुर्का पहनकर जाने की अनुमति थी।
हालांकि, इस वर्ष कुछ छात्राओं के निवेदन के बाद क्लासरूम में भी बुर्का पहनकर जाने की अनुमति दे दी गई थी। इस पर एबीवीपी समर्थकों की ओर से इस सहूलियत पर आपत्ति जताई गई थी और उन्होंने प्रिंसिपल को 30 जून को इस संदर्भ में ज्ञापन भी सौंपा था।
प्रिंसिपल ने इसे खारिज करते हुए फैसले को जारी रखा। इसके बाद एबीवीपी सदस्यों ने प्रदर्शन किया।
(साभार : नवभारत टाइम्स)