हुबली (कर्नाटक): एक बुज़ुर्ग दंपति कर्नाटक की हुबली बस स्टॉप पर रहने के लिए कथित रूप से मजबूर हुआ, क्योंकि उनकी बेटी ने उन्हें अपने घर से निकाल दिया था।
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90 वर्षीय सूर्यकांत और 80 वर्षीय कमलमा हुब्ली बस स्टैंड के एक कोने में दो दिन तक रहे। यात्रियों को अपनी कहानी बताते हुए उन्हें देखर कर राज्य परिवहन निगम के अधिकारियों और ऑटो चालकों ने आगे की जांच की। अधिकारियों ने उन्हें आस-पास के वृद्धाआश्रम में ले गये। लेकिन उनके पास कोई पहचान पत्र नहीं होने के कारण उन्हें बस स्टॉप पर वापस छोड़ दिया गया।

एक अधिकारी ने एएनआई को बताया कि मैं सुबह यहां आया था और उन्हें ठंड में कांपते देखा। अधिक जांच के बाद पाया गया कि उनकी बेटी ने उन्हें घर से निकाल दिया था, कुछ ऑटो चालकों ने उन्हें एक वृद्धाश्रम में ले गये, लेकिन कोई पहचान पत्र की अनुपलब्धता के कारण उन्हें यहां वापस लाया गया।
Karnataka: An elderly couple forced to take shelter at Hubli Bus Stand after being allegedly thrown out of house by their daughter. They were turned away by old-age homes after they could not produce an ID Proof. The couple was later taken to govt old-age home by Police. pic.twitter.com/9JNxs1Vzfh
— ANI (@ANI) January 5, 2018
यह दंपति लक्ष्मेश्वारा का है उनकी एक बेटी है, कुछ दिनों से दंपति ने हुबली के एक मंदिर में भी काम किया। वे अपनी बेटी के साथ उसके घर में रहने के लिए गए। कुछ दिनों के बाद उन्हें उनकी बेटी ने अपने घर से निकाल दिया और उन्हें बस स्टैंड पर शरण लेने के लिए मजबूर किया गया।